इंदौर : एरोड्रम थाना क्षेत्र के स्कीम 155 में मॉर्निंग वॉक पर निकली महिला पर हमला कर लूट की घटना का, पुलिस ने 24 घंटे में पर्दाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी ने महिला को अकेला देख जान से मारने की नियत से टामी से हमला किया और पहने जेवर लूट कर फरार हो गया था।
ये थी पूरी घटना।
पुलिस थाना एरोड्रम क्षेत्र की स्कीम नंबर 155 में 22 मई की सुबह रोड़ किनारे एक महिला खून से लथपथ घायल अवस्था में पडी होने की सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल महिला को ईलाज के लिए अस्पताल भिजवाया।
घटना के संबंध में आसपास के रहवासियों एवं राहगीरों से पूछताछ की गई पर कोई जानकारी नही मिली। घायल महिला की पहचान श्रीमती कमला पति सूर्यदत्त तिवारी उम्र 62 वर्ष निवासी स्कीम नंबर 51 इंदौर के रूप में हुई। परिजनों ने बताया कि महिला रोज सुबह 4.30 बजे मार्निंग वाक पर घर से निकल जाती है जो 7 बजे तक वापस आती है।
महिला की गंभीर चोट को देखकर संभावना लग रही थी कि किसी वाहन द्वारा एक्सीडेंट में भी घायल हो सकती है पर घटना स्थल का निरीक्षण करने पर पाया गया कि महिला के साथ घटना रोड पर घटित होकर किसी के द्वारा महिला को घसीट कर रोड किनारे खाली प्लाट पर गिट्टी के ढेर के पीछे पटक दिया गया।
प्रथम दृष्टया देखने पर घटना संदिग्ध होकर आपराधिक लग रही थी लेकिन घटना का कोई चश्मदीद साक्षी न होने तथा घायल महिला बेहोश होकर कथन देने योग्य नही होने से पुलिस के लिए घटना की गुत्थी सुलझाना काफी चुनौतीपूर्ण लग रहा था। परिस्थिति जन्य साक्ष्य एवं महिला की स्थिति को देखते हुए अज्ञात आरोपी के विरुद् प्रथम दृश्टया धारा 307 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गाया।
घटना की गुत्थी को सुलझाने के लिए घटना स्थल के आस पास के सीसीटीवी कैमरो को खंगालने हेतु विशेष टीमों को लगाया गया। एक कैमरे में सुबह करीब 4.40 बजे घायल महिला मार्निंग वॉक पर जाती दिखाई दी। उनके आगे- पीछे एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति घूमता दिखाई दिया। उक्त घटनाक्रम हेतु अन्य सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए जिसमें एक कैमरे में उक्त संदिग्ध व्यक्ति द्वारा महिला के साथ घटना कारित करना दिखाई दिया किंतु कैमरा दूर व स्पष्ट नहीं होने आरोपी की पहचान करना बहुत मुश्किल हो रहा था। उक्त संदिग्ध की स्पष्ट फुटेज सुनिश्चित करने हेतु घटना स्थल के 10 कि. मी. के दायरे में करीब 150 से ज्यादा कैमरे खगाले गए और मुखबिर तंत्र को संक्रिय किया गया। पुलिस टीमों ने उक्त संदिग्ध से मिलते हुए हुलिए के पुराने आरोपियों के बारे में भी जानकारी निकाली और तकानीकि व सायबर एक्सपर्ट की भी मदद ली गई। आरोपी को तलाशने की पुलिस की मेहनत रंग लाई और घटना के घटना के 24 घंटे के अंदर आरोपी को धर दबोचा गया।पकड़े गए आरोपी का नाम धर्मेन्द्र मानदेव उम्र 52 साल मूल निवासी मंडीदीप जिला रायसेन होना बताया गया।
आरोपी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि इंदौर में उसके विरुद्ध कई चोरी के अपराध पंजीबद्ध हैं, जिनके कोर्ट में केस चल रहे हैं। केस सिलसिले में ही वह इंदौर आता है और चोरी की घटना को अंजाम देकर वापस रायसेन चला जाता है। उसने बताया कि कुछ दिन पहले वह इंदौर आया था। घटना वाली सुवह चोरी के उद्देश्य से ही स्कीम नंबर 51 एवं 155 इंदौर में कालोनी की गलियों में घूम रहा था तभी उक्त बुजुर्ग महिला उसे अकेली घूमते हुई मिली जो गले व कान में सोने के जेवर पहने थी जिसे देखकर मन मे लालच आ गया। महिला को सूनसान जगह पर देखकर उसने सोनो चादी के जेवर छीनने की कोशिश की लेकिन महिला द्वारा विरोध करने एवं चिल्लाने पर उसने अपने पास रखी लोहे की टामी से महिला के सिर पर प्रहार कर गंभीर चोट पहुंचाई, जिससे महिला घायल होकर रोड पर गिर गई। कुत्तों के भौंकने से कोई देख न ले इस कारण वह महिला को घसीट कर खाली प्लाट पर गिट्टी के ढेर के पीछे ले गया और पहने हुए सोने चांदी के जेवर लूटकर भाग निकला।
आरोपी का पूर्व आपराधिक रिकार्ड खंगालने पर पूर्व में भी यह बदमाश इंदौर शहर के थाना मल्हारगंज, एरोड्रम व जूनी इंदौर पर चोरी, नकबजनी के अपराधों में गिरफ्तार हुआ है।
बदमाश का इंदौर शहर में कोई स्थाई निवास नही होकर उसका का परिवार मंडीदीप रायसेन में निवास करता है बदमाश इंदौर में चोरी लूट करने के उद्धेश्य से आकर घटना को अंजाम देकर वापस रायसेन चला जाता था।
आरोपी से अपराध में लूटे गए सोने चादी की जेवरात के संबंध में पूछताछ की जा रही है। चोरी व नकबजनी की अन्य घटनाओं के संबंध में भी उससे पूछताछ की जाएगी।
एरोड्रम पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसके विरुद्ध विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी एरोड्रम उनि कल्पना चौहान, उनि उमाशंकर यादव, उनि अरविंद मचार, प्र.आर. सोहन कुशवाह, प्रआर. संजय मालाकार, प्रआर. सुधीर राय, प्रआर. अरविन्द सिंह तोमर एवं थाना मल्हारगंज के आरक्षक अर्जुन, कृष्णा तथा डीसीपी जोन-01 कार्यालय के उनि आलेक राघव एवं आरक्षक अमित खत्री, गोवर्धन की सराहनीय भूमिका रही।