इंदौर : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी द्वारा सोनिया गांधी को दूसरी बार पूछताछ के लिए तलब किए जाने से गुस्साए कांग्रेसियों ने मंगलवार को देशभर में प्रदर्शन किया। इंदौर में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए कार्यालय के बोर्ड पर कालिख पोत दी, इसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी।
ईडी कार्यालय के बोर्ड पर कालिख पोतकर नाम दिया बीजेपी दफ्तर।
युवा कांग्रेस कार्यकर्ता शहर अध्यक्ष रमीज खान के नेतृत्व में पालिका प्लाजा स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। वहां उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बेरिकेटिंग कर रखी थी, बावजूद इसके एक कार्यकर्ता निखिल वर्मा पुलिस को चकमा देकर ईडी दफ्तर तक पहुंच गया। उसने ईडी को बीजेपी का पिट्ठू बताते हुए उसके बोर्ड पर कालिख पोत दी और बीजेपी का बैनर लगाने की कवायद की। इस पर पुलिस ने उसको पकड़कर लाठियों से धुनाई कर दी। इस बात से भड़के युवा कांग्रेसी वहीं धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने युवा कांग्रेसियों को खदेड़ते हुए कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
लाठी – डंडों से नहीं डरेंगे कांग्रेसी।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान ने पुलिस के लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ता लाठी – डंडों से डरने वाले नहीं हैं। बीजेपी सरकार तमाम केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को प्रताड़ित करने में कर रही है। कांग्रेस इसका विरोध सड़क से संसद तक करती रहेगी।
युवा कांग्रेस कार्यकर्ता की पिटाई तानाशाही का प्रतीक।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने भी ईडी दफ्तर के बाहर युवा कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की है। बाकलीवाल ने कहा कि पुलिस ने एक कार्यकर्ता निखिल वर्मा की जिसतरह बर्बरता के साथ पिटाई की, उसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर पुलिस का निर्मम लाठीचार्ज करना बीजेपी सरकार की तानाशाही का प्रतीक है।