इंदौर : राम मंदिर निधि समर्पण अभियान को लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है। अयोध्या में बनने जा रहे रामलला के भव्य मंदिर निर्माण में हर व्यक्ति का अंशदान हो यही इस निधि समर्पण का उद्देश्य है। 26 फरवरी तक यह सिलसिला चलना है पर हम इंदौर- उज्जैन संभाग में 6 फरवरी तक हर परिवार से संपर्क स्थापित कर लेंगे।
विहिप के मालवा प्रान्त के संगठन मंत्री नंददास दंडोतिया ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निधि समर्पण का कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है। ये आस्था का समर्पण है। इसमें आम लोगों के साथ डॉक्टर्स, सीए, प्रोफेशनल्स, वकील आदि सभी से सहयोग ले रहे हैं।
मंडल स्तर पर बनाए गए हैं निधि समर्पण केंद्र।
श्री दंडोतिया ने बताया कि मंडल स्तर पर 22 सौ सेंटर बनाए गए हैं जहां निधि समर्पण का काम चल रहा है।उन्होंने बताया कि मालवा प्रान्त को एक लाख रसीदें, 10 रुपए वाले 7 लाख और 100 रुपए वाले 25 लाख कूपन मिले हैं। 14 जनवरी से घर- घर संपर्क कर निधि समर्पण के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
शिलापूजन के दौरान सवा 8 करोड़ रुपए एकत्रित हुए थे।
दंडोतिया ने बताया कि पूर्व में देशभर से जो राशि एकत्रित की गई थी वह सवा 8 करोड़ रुपए थी। राम जन्मभूमि न्यास के जरिए उस राशि का उपयोग शिलाओं को तराशने और कोर्ट में चल रहे मामले को लड़ने के लिए किया गया। जो राशि बची उसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नवगठित राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को अंतरित कर दिया गया। समूची राशि का हिसाब-किताब और ऑडिट हुआ है।
स्काउट गाइड के चेयरमैन सन्तोष शर्मा ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण आस्था का प्रश्न है। लोग जो भी निधि समर्पित कर रहे हैं वह रामलला के प्रति उनकी श्रद्धा का परिणाम है।