लसुड़िया पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते नहीं कर रही आरोपियों की गिरफ्तारी।
इंदौर : जमीनों को लेकर भूमाफियाओं द्वारा की जा रही धोखाधड़ी के हजारों मामले उजागर हो चुके हैं पर पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। विवादित जमीन को बेचकर करोड़ों की धोखाधड़ी का ऐसा ही एक और मामला सामने आया है।इस मामले में पीड़ित पक्ष ने लसुड़िया थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है पर राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।
दरअसल, मामला आईडीए की योजना क्रमांक 114 पार्ट 2 स्थित भूखंड क्रमांक 589,590 और 1083 का है।इन भूखंडों को लेकर दिवानी वाद न्यायालय में लंबित है। बावजूद इसके, विनय पिता लीलाधर गांधी, पंकज पिता लीलाधर गांधी और विकास पिता लीलाधर गांधी ने सच्चाई को छुपाते हुए उपरोक्त भूखंड 2 करोड़ 64 लाख में फरियादी कृष्णा काबरा पति योगेश, श्रीमती पवन सांखला पति गोपाल और उर्वशी कालरा पति आकाश को बेचकर उसकी रजिस्ट्री भी कर दी। बाद में जब फरियादी पक्ष को भूखंडों के विवादित होने और न्यायालय में मामला लंबित होने के बारे में पता चला तो उन्होंने उनके साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत लसुड़िया थाने में दर्ज कराई। 2 मई 2023 को फरियादीगण की शिकायत पर पुलिस ने भादवि की धारा 420, 447 और 120B के तहत आरोपी विनय गांधी, पंकज गांधी और विकास गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
राजनीतिक संरक्षण के चलते नहीं हुई गिरफ्तारी।
हैरत की बात ये है कि लसुड़िया पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज कर ली लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते उनको आज दिनांक तक गिरफ्तार नहीं किया गया। पीड़ित पक्ष न्याय के लिए यहां – वहां भटक रहा है पर उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। जिला व पुलिस प्रशासन से उनकी मांग है कि आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो और उन्हें न्याय दिलाया जाए।