प्रारंभिक तौर पर वार्ड 82 का बना वार्ड प्लान।
शहर के आउटर क्षेत्र में स्थित 10 वार्डो का भी बनेगा वार्ड प्लान।
इंदौर : महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा शहर के समस्त 85 वार्डाे के समग्र विकास व कार्य योजना के लिए वार्ड मास्टर प्लान तैयार करने की पहल की गई है। मंगलवार को इस सिलसिले में महापौर सभाकक्ष में शहर के विभिन्न आर्किटेक्ट के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में महापौर परिषद सदस्य राजेश उदावत, अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर,अधीक्षण यंत्री सुनील गुप्ता, आर्किटेक्ट व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर की प्लानिंग की दृष्टि से बजट प्रस्तावित किया गया है, उसमें इंदौर को सोलर सिटी व डिजिटल सीटी बनाना मुख्य लक्ष्य है। इसके साथ ही शहर के आउटर क्षेत्र में स्थित 10 वार्डो को स्मार्ट वार्ड बनाने के उददेश्य से शहर के आर्किटेक्ट व अधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसके जरिए वार्डाे के अलग-अलग मास्टर वार्ड प्लान बनाए जाएंगे, ताकि कार्य सुविधा की दृष्टि से वार्ड में क्या कार्य शेष है, क्यां कार्य किए गए हैं,इसका ब्योरा इकठ्ठा किया जा सकें।इसी के साथ वार्डों को डिजिटल भी बनाया जाएगा। वार्ड के मास्टर प्लान तैयार करने के दौरान वर्तमान में उक्त वार्ड क्षेत्र में कहा-कहां सीवरेज लाइन, स्टॉम वॉटर लाइन, पानी की लाइन, कनेक्टेड वार्ड से लाइन मौजूद है, ताकि उसके आधार पर आवश्यकतानुसार रोड का निर्माण किया जा सके। इस संबंध में प्रेजेटेशन के माध्यम से वार्ड 82 का मास्टर प्लान मॉडल के रूप में बताया गया कि किस प्रकार से प्रत्येक वार्ड का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
शहर के 85 वार्डाे का अलग-अलग प्रकार से मास्टर प्लान बनाकर कार्य सुविधा की दृष्टि से, आवश्यक कार्यों की दृष्टि से चाहे नगर निगम को निर्णय लेना हो, चाहे पार्षदों को निर्णय लेना हो या जनता को पता हो कि हमारे वार्ड में क्या काम बचे हैं इसके लिए हम काम कर रहे हैं। वार्ड 82 में इसका एक ट्रायल मॉडल बनाकर देखा है इसी लाइन पर और इसी तर्ज पर बढ़ते हुए डिजिटलाइजेशन का उपयोग करते हुए आगे बढ़ेंगे और इसी दृष्टि से इसका प्लान बनाया है।
महापौर श्री भार्गव ने कहा कि इंदौर के वार्डाे के बेहतर विकास के लिए वर्तमान में शहर के समस्त 85 वार्डाे के मास्टर प्लान तैयार करने के दौरान वर्तमान में वार्ड का क्षेत्रफल, जनसंख्या के साथ ही वार्ड में स्थित रोड, सीवरेज लाईन, पेयजल लाइन, स्टॉम वॉटर लाइन, उद्यान, शासकीय भूमि, ग्रीन बेल्ट, स्कूल, कॉलेज, व्यवसायिक संस्थाऐं, फुटपाथ आदि की स्थिति क्यां है, किस मोड पर कार्य किया गया है, रोड नेटवर्क कनेक्टीविटी, सीवरेज कनेक्टीविटी, मेजर रोड, सर्विस रोड की स्थिति, पार्किंग व्यवस्था, लोक परिवहन कनेक्टीविटी आदि का सर्वे किया जाकर डाटा तैयार करना है, ताकि वार्ड में किए जाने वाले विकास कार्य करने में सहयोग मिलेगा और योजना से वार्ड का विकास हो सकेगा।