शरीर के मंथन का नाम है एक्यूप्रेशरः डॉ. खेतावत।
इंदौर : डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति इंदौर ने 76, रामबाग स्थित संघ के अर्चना कार्यालय भवन में एक्यूप्रेशर चिकित्सा केंद्र स्थापित किया है। गुरुवार को इस केंद्र का शुभारंभ एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ डॉ. सुधीर खेतावत के मुख्य आतिथ्य में हुआ। समिति के अध्यक्ष ईश्वरदास हिंदूजा, सचिव राकेश यादव और अन्य पदाधिकारी इस दौरान मौजूद रहे। दीप प्रज्वलन के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजा – अर्चना कर इस एक्यूप्रेशर केंद्र का शुभारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. खेतावत ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि समुद्र मंथन में अमृत और जहर दोनों निकले थे वैसे ही शरीर के मंथन का नाम एक्यूप्रेशर है। इस पद्धति से अधिकांश बीमारियों का निवारण किया जा सकता है। शरीर में ऐसे बिंदु होते हैं जो एक्यूप्रेशर प्वाइंट कहलाते हैं। उनपर दबाव देने से संबंधित बीमारी में राहत मिलती है। जोड़ों व मांसपेशियों के दर्द में यह पद्धति रामबाण है।
बच्चियों में सुरक्षा का आत्मविश्वास जगाती है एक्यूप्रेशर।
डॉ. खेतावत ने कहा कि बच्चियों को आत्मरक्षा के लिए एक्यूप्रेशर कारगर साबित हो सकता है। इससे इतनी शक्ति और आत्मविश्वास आ जाता है कि बच्चियां स्वयं अपनी रक्षा कर सकती हैं। उन्होंने एक्यूप्रेशर से दर्द निवारण का लाइव डेमो भी दिया।
हेडगेवार स्मारक समिति के अध्यक्ष ईश्वरदास हिंदुजा ने बताया कि इस चिकित्सा केंद्र में डॉ. सुरेश बाईवाल ( थेरेपिस्ट ) द्वारा विभिन्न रोगों का उपचार एक्यूप्रेशर पद्धति से किया जाएगा। प्रतिदिन सुबह 10 से 12:30 बजे तक यहां रोगियों का उपचार होगा। रविवार को विशेष शिविर प्रातः 10 से 2 बजे तक रहेगा।
समिति के सचिव राकेश यादव ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर समिति के सेवा उपक्रम चल रहे है। इसके अंतर्गत फिजियोथेरेपी सेंटर, योग-प्राणायाम, रक्तदान व स्वास्थ्य शिविर ,सामाजिक समरसता और अन्य सेवा कार्य निरंतर चल रहे हैं। इसी कड़ी में एक्यूप्रेशर चिकित्सा केंद्र प्रारंभ किया गया है।