इंदौर : एमरल्ड हाइट्स स्कूल में आयोजित 51 वी राउंड स्क्वेयर इंटनेशनल कॉन्फ्रेंस का अंतिम दिन मोटिवेशनल स्पीकर गौर गोपालदास और कारगिल युद्ध के नायक मेजर डीपी सिंह के नाम रहा।
गौर गोपालदास ने 55 देशों से आए सैकड़ों किशोर वय स्टूडेंट्स को न केवल जिंदगी को भरपूर तरीके से जीने के लिए प्रोत्साहित किया बल्कि परेशानियों का मुकाबला दृढ़ता के साथ करने की सीख भी दी। उन्होंने कहा कि समस्याएं तो आएंगी, बिना मुश्किलों के जीवन नहीं होता। जीवन में उतार- चढ़ाव आते रहते हैं। हमें सकारात्मक सोच के साथ परेशानियों से जूझना होगा।
किसी के साथ तुलना ठीक नहीं।
श्री गोपालदास ने कहा कि हर बच्चे की क्षमता अलग होती है। किसी और से उसकी तुलना नहीं करनी चाहिए। इससे निराशा हावी होने लगती है और युवा गलत रास्ते पर चले जाते हैं या परेशानियों से डरकर खुदकुशी जैसा कदम उठा लेते हैं। हमें हर बच्चे व युवा की क्षमता को पहचानकर उसे उसके सही इस्तेमाल के लिए प्रेरित करना चाहिए। उम्मीद जगाने से चुनौतियों का सामना करने की ताकत मिलती है।
समूह बनाकर संवाद बढाएं।
गौर गोपालदास ने दुनियाभर से आए स्टूडेंट्स के सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ऐसे लोगों का समूह बनाएं जिनसे आपके विचार मिलते हैं। एक- दूसरे के साथ अपने विचार शेयर करें। संवाद बनाएं। इससे मुश्किलों का हल ढूंढने में भी मदद मिलती है। प्रेरणा और प्रोत्साहन से जीवन में नई ऊर्जा आती है।
जो नहीं कर सकते उसकी चिंता न करें।
मोटिवेशनल स्पीकर श्री गोपालदास ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि 27 साल से वे सिर दर्द से जूझ रहे हैं। वे इसी के साथ रह रहे हैं। जो नहीं कर सकते उसकी चिंता नहीं करते।
सोशल मीडिया के सकारात्मक पहलू देखें।
सोशल मीडिया को लेकर पूछे गए सवाल पर श्री गोपालदास का कहना था की लोग अपनी तस्वीरें, उपलब्धियां, सामाजिक कार्य और अच्छे विचार सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। हमें इसी सकारात्मक पहलू पर ध्यान देना चाहिए।
एमराल्ड हाइट्स की ओर से प्राचार्य सिद्धार्थ सिंह ने श्री गौर गोपालदास का स्वागत किया और कॉन्फ्रेंस में आए देश – विदेश के बच्चों को मोटिवेट करने के लिए उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।