इंदौर : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया और रमेश मेंदोला सहित सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज किए जाने और उनकी गिरफ्तारी सम्बन्धी बयानबाजी से प्रदेश में सियासती पारा गरमा गया है। इंदौर प्रवास पर आए पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने इस मामले में कमलनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार सत्ता के मद में चूर हो गई है। लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सीएम कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए सवाल किया कि जनता की आवाज उठाने पर क्या मुकदमें दर्ज किए जाएंगे, एफआईआर लिखी जाएंगी..? शिवराज ने कहा चेतावनी भरे लहजे में कहा कि एफआईआर लिखते- लिखते आपके हाथ थक जाएंगे लेकिन लड़ने वालों की कमीं नहीं आएगी। यदि कैलाश विजयवर्गीय जैसे वरिष्ठ नेता सांसद और विधायकों के साथ जनता की समस्याओं पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों से समय चाहते थे लेकिन उनके पास समय नहीं है फिर अधिकारी किस काम के लिए हैं। जननेताओं को अनदेखा किया जा रहा है,यदि धरना दे दें तो उनपर मुकदमें लादे जा रहे हैं।
दमन करोगे तो नहीं बचेगा ताज।
पूर्व सीएम शिवराज ने सीएम कमलनाथ को आगाह करते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता सबसे बड़ी ताकत है। यदि उसकी आवाज दबाने की कोशिश की गई तो आपका ताज ही नहीं बचेगा, सीधे जमीन पर आ जाओगे। शिवराज ने कमलनाथ सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि ये अन्याय की अति और जुल्म की पराकाष्ठा है। कैलाश विजयवर्गीय तो राष्ट्रीय महासचिव हैं, बीजेपी के किसी कार्यकर्ता को भी दबाने का प्रयास किया गया तो पूरा प्रदेश सड़कों पर होगा। जनता के हित की लड़ाई लड़ने में हम पीछे नहीं हटेंगे।
रेत, शराब, ट्रांसपोर्ट माफिया पर करें कार्रवाई।
पूर्व सीएम शिवराज ने कहा कि हमने भी माफिया पर कार्रवाई की है। सरकार को माफिया पर कार्रवाई करनी है तो रेत, शराब और ट्रांसपोर्ट माफिया पर करें। माफिया पर कार्रवाई से किसी को ऐतराज नहीं है लेकिन माफिया की आड़ में जनता को कुचलने का प्रयास सहन नहीं किया जाएगा।