समर्थकों की हरकत जीतू यादव को पड़ी महंगी..

  
Last Updated:  January 12, 2025 " 12:54 am"

बीजेपी प्रदेश नेतृत्व ने 06 वर्ष के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से किया निष्कासित, एमआईसी से भी हकाले गए।

जीतू समर्थकों ने पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर उनके बेटे के साथ किया था अशोभनीय बर्ताव, महिलाओं के साथ की थी गाली गलौज।

इंदौर : बीजेपी के वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कालरा के नाबालिग बेटे के साथ अशोभनीय बर्ताव व परिजनों से गालीगलौज के मामले में बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व ने वार्ड क्रमांक 24 के पार्षद जीतू यादव (जाटव) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 06 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। यही नहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी उन्हें एमआईसी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, हालांकि जीतू यादव (जाटव)ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर यह दर्शाने की कोशिश की है कि उन्होंने आगे होकर एमआईसी और पार्टी से इस्तीफा दिया है। इस बीच कालरा – जीतू यादव (जाटव)विवाद में घटित समूचे घटनाक्रम की जांच के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई है। बता दें कि वार्ड 24 के बीजेपी पार्षद कमलेश कालरा और एक निगमकर्मी के बीच किसी काम को लेकर फोन पर कहासुनी में तत्कालीन एमआईसी सदस्य जीतू यादव (जाटव) का नाम आने पर कालरा व जीतू में तल्खी पैदा हो गई थी। इस पर जीतू यादव के समर्थक कहे जाने वाले बदमाशों के समूह ने कालरा के घर पहुंचकर उनके नाबालिग बेटे के साथ अभद्रता करते हुए उसे निर्वस्त्र कर दिया था। यही नहीं घर की महिलाओं के साथ भी गालीगलौज की गई थी। इस घटना के ऑडियो – वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा और शिकायत मुख्यमंत्री, बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंचाई गई। सिंधी समाज के साथ शहर के प्रबुद्धजनों और मीडिया ने भी इस अशोभनीय घटना के जिम्मेदार तत्वों पर कार्रवाई का दबाव बनाया। घटना को लेकर सिर्फ इंदौर ही नहीं प्रदेश और देश भर में बीजेपी की छवि धूमिल होते देख पार्टी नेतृत्व ने पार्षद जीतू यादव (जाटव) को समूचे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार माना और उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस आशय का पत्र भी पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी भगवानदास सबनानी के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। बीजेपी से निष्कासित होने के बाद पार्षद जीतू यादव (जाटव) की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर समूचे घटनाक्रम की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर इंदौर नगरीय संतोष सिंह ने एसआईटी का गठन किया है। संभावना यही जताई जा रही है कि जीतू यादव (जाटव) को भी इस मामले में आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया जा सकता है।

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