समाजसेवी विनोद अग्रवाल देवी अहिल्या नगर गौरव सम्मान से सम्मानित

  
Last Updated:  May 29, 2024 " 05:20 pm"

श्री देवी अहिल्या जन्मोत्सव समिति ने किया सम्मानित।

कवि हरिओम पंवार ने पेश की राष्ट्रवाद से प्रेरित जोशीली कविताएं।

देवी अहिल्याबाई होलकर ऱ्यायप्रिय और परोपकारी शासिका थी।

इंदौर : मंगलवार शाम जाल सभागृह में आयोजित एक गरिमामय समारोह में अंबेडकर विश्वविद्यालय महू के कुलपति रामदास अंतराम और देअविवि, इंदौर की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने सुप्रसिद्ध उद्योगपति और समाज सेवी विनोद अग्रवाल को देवी अहिल्या नगर गौरव सम्मान से अलंकृत किया। यह कार्यक्रम श्री देवी अहिल्या जन्मोत्सव समिति ने लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर के 299 वे जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किया था। मंच पर विशेष रूप से राष्टीय कवि डॉ.हरिओम पवार,समिति के अध्यक्ष मानवेंद्र त्रिवेदी, उपाध्यक्ष डॉ.योगेंद्रनाथ शुक्ल एवं श्रीमती नीना अग्रवाल उपस्थित थे।अतिथियों ने समाजसेवी विनोद अग्रवाल को शॉल, श्रीफल, होलकर पगड़ी, प्रतीक चिन्ह के साथ एक लाख एक हजार एक सौ ग्यारह रुपये की सम्मान राशि भेंट कर उन्हें श्री देवी अहिल्या नगर गौरव सम्मान से नवाजा।

इस मौके पर अपने सबोधन में कुलपति अतराम ने कहा कि देवी अहिल्या बाई ऱ्यायप्रिय शसिका थी। उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित ऐसे कई मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया, जिसे विदेशी आक्रांताओं ने तोड़ दिया था।उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सोलापुर में भी देवी अहिल्याबाई के नाम पर यूनिवर्सिटी है।

प्रजावत्सल और परोपकारी थी देवी अहिल्याबाई।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में देवी अहिल्या विवि की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने कहा कि देवी अहिल्या बाई प्रजा वत्सल और परोपकारी थी। वे बेहद साहसी थी। उन्होंने कई मंदिर, बावड़ी, धर्मशाला, घाट आदि का निर्माण कराया। प्रजा के कल्याण के प्रति समर्पित होने के कारण ही तीन सौ वर्षों बाद भी वे पूजनीय हैं।

अपने सम्मान के प्रतुतर में विनोद अग्रवाल ने कहा कि इस सम्मान से मैं अभिभूत हूं। जो सम्मान राशि मिली हैं उसे देवी अहिल्याबाई का आशीर्वाद मानकर संभाल कर रखुंगा और उस से कई गुना समाजसेवा के कार्यो मे खर्च करुगा।अग्रवाल ने कहा कि मेरी भी आदर्श देवी अहिल्या बाई होलकर हैं। इसलिए जितना संभव होता है उतना दान धर्म और पुण्य करता हूं। मैने षष्टि पूर्ति पर वर्षभर कई सेवा कार्य किए।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ. योगेंद्र नाथ शुक्ल ने दिया। सम्मान पत्र का वाचन प्रदीप गावडे ने किया।संस्था का परिचय समिति के अध्यक्ष मानवेद्र त्रिवेदी ने दिया। स्वागत भाषण देते हुए डॉ.योगेंद्र नाथ शुक्ल ने कहा कि आज से 65 वर्ष पूर्व नाट्यकार गणेश मतकर ने देवी अहिल्या बाई होलकर की जयन्ती समारोह की शुरुआत की थी।

अतिथि परिचय गोविंद सिंघल ने दिया। स्वागत प्रदेश की पूर्व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, संस्कृतिकर्मी जयंत भिसे,प्रदीप गावडे,अशोक आमणापुरकर,सुनील मतकर, मानवेंद्र त्रिवेदी, हरीश भागवत और विपिन मतकर ने किया।
समाजसेवी विनोद अग्रवाल के व्यक्तीव् एवं कृतितव् पर गोविंद सिंगल, नवीन बागड़ी और राजेश इंजीनियर ने प्रकाश डालते हुए कहा कि विनोद अग्रवाल परोपकारी हैं और मध्य प्रदेश के सबसे बड़े टैक्स पेयर हैं। अतिथियों को प्रतीक चिन्ह सुनील मतकर ने प्रदान किए। सुनील मतकर ने गणेश मतकर की लिखित पुस्तक अतिथियों को भेंट की। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अलका भार्गव ने किया। आभार मानवेंद्र त्रिवेदी ने माना।

हरिओम पंवार की कविताओं ने भरा जोश।

कार्यक्रम के दूसरे चरण में राष्टीय कवि हरिओम पंवार ने देश भक्ति से ओत प्रोत कविताएँ सुनाई।उनकी कविताओं को सुनकर उपस्थित श्रोताओं में भी जोश भर गया। उन्होंने भारत माता की जय का नारा बुलंद करते हुए तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कवि हरिओम पंवार को भरपूर दाद दी।

इस मौके पर बाबा साहेब प्रदीप तराणेकर, कृष्ण कुमार अष्ठाना, डॉ, शंकर लाल गर्ग, माला ठाकुर, मोहन अग्रवाल, अनिल भोजे,सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

बुधवार शाम होगी महानाटय प्रजाहितकारिणी की प्रस्तुति।

अहिल्या जन्मोत्सव समिति के सचिव सुनील गणेश मतकर ने बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन 29 मई की शाम को 7 बजे वी आईपी परस्पर नगर स्थित लता मंगेशकर ऑडिटोरियम में इतिहासकार एवं लेखक डॉ. गणेश मतकर द्वारा लिखित
महानाट्य प्रजाहितकारिणी की प्रस्तुति दी जाएगी।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *