इंदौर : सोमवार को जावरा कंपाउंड स्थित बीजेपी कार्यालय का नजारा बदला हुआ था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के पहली बार पार्टी कार्यालय आगमन के चलते शहर व जिले के तमाम नेता व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता वहां पहुंच गए थे।इनमें उन नए नवेले भाजपाइयों की संख्या ज्यादा थी जो सिंधिया समर्थक होकर कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं। कार्यालय के आसपास का नजारा भी बदला हुआ था। जैसे ही सिंधिया वहां पहुंचे, उनके नजदीक पहुंचने और स्वागत करने की होड़ सी मच गई। कांग्रेस शैली के इस स्वागत के दौरान धक्का मुक्की की भी नौबत आई। भीड़ से सिंधिया को बचाने में पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ी। सिंधिया के स्वागत के जुनून में समर्थकों ने शहर को होर्डिंग,बैनर से बदरंग करने से भी गुरेज नहीं किया।
खूब लगे होर्डिंग- बैनर, पोस्टर।
आम तौर पर कहीं भी होर्डिंग बैनर या पोस्टर लगाए जाने पर नगर निगम उन्हें जब्त कर लेती है, लेकिन सिंधिया समर्थकों ने सुपर कॉरिडोर सहित उन सभी रास्तों को होर्डिंग, बैनर से पाट दिया था, जहां से सिंधिया गुजरे। इस सबके बावजूद नगर निगम ने ये होर्डिंग, बैनर व पोस्टर हटाने अथवा जब्त करने की हिम्मत नहीं दिखाई।
आपको बता दें कि कांग्रेस सरकार के दौरान सिंधिया कांग्रेस में थे और मंत्री सिलावट सहित उनके समर्थक भी। सिलावट कमलनाथ सरकार में भी सिंधिया कोटे से मंत्री थे। उस दौरान एक बार सिंधिया के आगमन पर मंत्री सिलावट के सहयोगी और समर्थकों ने शहर में कई स्थानों पर होर्डिंग,बैनर व पोस्टर लगा दिए थे। नगर निगम में उस समय बीजेपी की परिषद थी। बीजेपी ने उस समय खूब हल्ला मचाया था। लेकिन आज जब बीजेपी सत्ता में है तो शहर को बदरंग करने वाले होर्डिंग, पोस्टर व बैनर्स को लेकर वह चुप्पी साधे बैठी रही।