नई दिल्ली: कांग्रेस ने सरकार बनाने लायक बहुमत तो जुटा लिया पर अपना सीएम चुनने में उसके पसीने छूट गए हैं। बुधवार को भोपाल में विधायक दल की बैठक वरिष्ठ नेता एके अंटोनी की मौजूदगी में हुई थी। बैठक में सीएम का फ़ैसला राहुल गांधी पर छोड़ दिया गया था। आज ( गुरुवार ) को दिनभर नई दिल्ली में राहुल गांधी के निवास पर मेल- मुलाकातों का दौर चलता रहा। प्रियंका और सोनिया गांधी भी राहुल के निवास पर पहुँचे। कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी चर्चाओं का हिस्सा बनें। आखिर देर शाम हुई बैठक के बाद सिंधिया और कमलनाथ को भोपाल जाने का फरमान सुना दिया गया। सिंधिया के बैठक से बाहर आने के बाद जब पत्रकारों ने उनसे बात की तो वे कुछ भी साफतौर पर कहने से बचते रहे। उनका कहना था कि मीडिया जो चाहे अनुमान लगाए । ये कोई रेस नहीं है। हम जनता की सेवा के लिए हैं। हालांकि उनके हाव- भाव बता रहे थे कि बाजी उनके हाथ से निकल गई है। जबकि कमलनाथ बाहर निकले तो उनके चेहरे पर मुस्कान थी। इससे ये अनुमान लगाना मुश्किल नहीं था की सीएम पद की रेस वो जीत गए हैं। राहुल गांधी ने उन्हें हरी झंडी दे दी है।
इसबीच रात 10 बजे भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें सीएम के नाम का खुलासा किया जाएगा। संभावना यही है कि राहुल गांधी के कमलनाथ को सीएम के बतौर चुने जाने की जानकारी विधायकों को दी जाएगी और उनकी स्वीकृति ली जाएगी। बाद में मीडिया को इस फैसले की जानकारी दी जाएगी। कमलनाथ और सिंधिया दोनों भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं।
समर्थकों का हंगामा
भोपाल में शिवाजी नगर स्थित पीसीसी दफ्तर पर कमलनाथ और सिंधिया समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा। वे अपने- अपने नेता को सीएम बनाने की मांग करते हुए नारेबाजी करते रहे। कि बार वे आमने- सामने हुए। सिंधिया समर्थक हर हाल में उन्हें सीएम बनते देखना चाहते हैं। कुछ यही जिद कमलनाथ के लोगों की भी थी। गहमागहमी भरा ये माहौल आगे क्या मोड़ लेता है ये देखनेवाली बात होगी।