इंदौर : कमलनाथ सरकार के सत्ता से बेदखल होने के कारण राजनीतिक सन्त कम्प्यूटर बाबा भी सत्ता सुख से वंचित हो गए हैं। इसके चलते धर्म को लाठी बनाकर वे ‘लोकतंत्र बचाओ’ यात्रा पर निकल पड़े हैं। भाषा उनकी कांग्रेसी ही है पर कांग्रेस का झंडा थामने से बच रहे हैं। यात्रा भी वे संत समाज के बैनर तले निकाल रहे हैं। इस बीच उनके आश्रम को लेकर नगर निगम द्वारा नोटिस थमा दिए जाने से बाबा आगबबूला हो उठे हैं।
मंगलवार शाम उन्होंने पंचकुइया स्थित राम मंदिर परिसर में मीडिया को आमंत्रित किया और जमकर अपनी भड़ास निकाली।
बीजेपी और शिवराज ने लोकतंत्र की हत्या की।
कम्प्यूटर बाबा का कहना था कि इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जनता ने विपक्ष में बिठाया था पर उसने कांग्रेस के विधायकों को प्रलोभन देकर कमलनाथ सरकार गिरा दी और खुद सत्ता पर काबिज हो गई। कम्प्यूटर बाबा ने बीजेपी और शिवराज को लोकतंत्र व संविधान का हत्यारा बताते हुए कहा की शिवराज की सरकार अधर्मियों की सरकार है।इसीलिए वे लोकतंत्र बचाव यात्रा निकाल रहे हैं।
आश्रम तोड़े तो सीएम आवास के सामने जमाएंगे डेरा।
कम्प्यूटर बाबा ने अम्बिकापुरी एक्सटेंशन और जम्बुर्डी हप्सी स्थित आश्रमों को लेकर नगर निगम द्वारा नोटिस दिए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने नर्मदा किनारे भी सन्तों के लिए 14 आश्रमों का निर्माण किया है। सरकार आश्रम तोड़ने की कार्रवाई करेगी तो वे तमाम सन्तों को लेकर भोपाल में सीएम आवास के सामने धूनी रमाकर बैठ जाएंगे।
राजनीति और धर्म के घालमेल के सवाल पर भड़के बाबा।
सन्त का चोला पहनकर राजनीति करने और राजनीति व धर्म का घालमेल करने संबंधी सवाल पर कम्प्यूटर बाबा भड़क गए। उनका कहना था कि वे लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
राम मंदिर के भूमिपूजन का समय सही नहीं।
कम्प्यूटर बाबा ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का समर्थन किया। हालांकि उनका कहना था कि मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन का ये सही समय नहीं है। बाबा की पत्रकार वार्ता में शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, विधायक संजय शुक्ला, प्रदेश पदाधिकारी राजेश चौकसे सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं की मौजूदगी बता रही थी कि बाबा की यात्रा कांग्रेस प्रायोजित है।