इंदौर : पक्षी संवर्धन, विकास और संरक्षण के लिए पर्यावरण में पक्षियों के रहने के स्थान सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। इन गर्मियों में वृक्षों पर पत्तिया नहीं रहती, तेज धूप होने से मौसम काफी गर्म रहता है। पक्षियों को रहने के लिए घोसलों की जरूरत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए गर्मी के मौसम की तेज धूप से छोटी चिड़िया एवं पक्षियों को बचाने के लिए गाय के गोबर से निर्मित पक्षियों के घोंसले का निर्माण किया गया है।
बच्चों ने किया घोंसलों का निर्माण।
लोक संस्कृति मंच के सहयोग आत्मनिर्भर भारत प्रशिक्षण केंद्र एवं इंदौर मेरा आशियाना द्वारा एक प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों बच्चों ने भाग लेकर गाय के गोबर से घोसलो का निर्माण किया। विशेष रूप से जैन दिवाकर कॉलेज के बच्चों ने इंटर्नशिप के रूप में प्रशिक्षण लिया और घोसलों का निर्माण किया। एकता मेहता एवं साथियों ने घोंसले बनाने का प्रशिक्षण बच्चों को दिया
लोक संस्कृति मंच के संयोजक शंकर लालवानी ने बताया यह प्रशिक्षण कार्यशाला कई दिनों से संचालित की जा रही है। 7 मई शनिवार राजवाड़ा पर समारोह पूर्वक इन घोंसलों का वितरण किया गया।