इंदौर : पलसीकर कॉलोनी स्थित श्री दत्त माऊली सदगुरु अण्णा महाराज संस्थान में 13 फरवरी सोमवार को शेगांव निवासी संत श्रेष्ठ गजानन महाराज का प्रकटोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया ।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्थान के शरद जपे ने बताया कि सुबह 7.00 बजे पूजा व अभिषेक के बाद संस्थान के भक्तों द्वारा गजानन विजय ग्रंथ का सामूहिक पारायण किया गया। दोपहर 12.00 बजे महाआरती हुई और 1008 मोदक प्रसाद का नैवेद्य अर्पण किया गया।
सदगुरु गजानन महाराज ने सवा सौ वर्ष पूर्व ही मोटे अनाज का महत्व बताया था।
इस अवसर पर सदगुरु अण्णा महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि इस वर्ष को अंतराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष अर्थात मोटे अनाज का वर्ष घोषित किया गया है, ऐसे समय में सदगुरु गजानन महाराज के संदेश और भी औचित्यपूर्ण हो जाते हैं क्योंकि उन्होंने लगभग 125 वर्ष पूर्व ही मोटे अनाज के प्रमुख अन्न ज्वार और बाजरा का महत्व बताते हुए उसकी बनी हुई भाकर (रोटी) खाने के लिए भक्तों को प्रेरित किया था। यह भाकर उन्हें भी अत्यंत प्रिय थी, यही कारण है की आज कई दशकों बाद भी उनके प्रकटोत्सव के अवसर पर झुणका – भाकर प्रसाद वितरण की परंपरा चली आ रही है। अण्णा महाराज ने इंदौर वासियों को हाल ही में हुए स्वास्थ्य सर्वे का हवाला देते हुए भी आग्रह किया की मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थों को अपनी जीवन शैली में अपनाएं ताकि शरीर स्वस्थ रह सके।
महाआरती के पश्चात सभी श्रद्धालुओं को झुणका- भाकर प्रसाद का वितरण किया गया।