इंदौर : बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर स्थित बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की जान चली जाने पर विधायक संजय शुक्ला ने सवाल किया है कि इंदौर में आते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक्शन गायब क्यों हो जाता है ? उन्होंने कहा कि शासन – प्रशासन की लापरवाही से 36 लोगों की जान चली गई फिर भी मुख्यमंत्री केवल अफसोस जताते हुए क्यों रह गए ?
भाजपा नेताओं के अतिक्रमण से हुआ हादसा।
शुक्ला ने कहा कि पटेल नगर की घटना पूरी तरह से भाजपा नेताओं की संलिप्तता से हुए अतिक्रमण का मामला है । प्रदेश के मुख्यमंत्री हमेशा चेतावनी देते रहे हैं कि गड़बड़ करने वालों को जिंदा गाड़ दूंगा। अलग-अलग शहरों के दौरे में मंच से अधिकारियों को निलंबित कर अपनी इमेज बिल्डिंग करने का काम करते रहे हैं। आज इंदौर में 36 लोगों की मौत के बाद आए मुख्यमंत्री का एक्शन गायब क्यों हो गया । शुक्ला ने सवाल किया है कि आखिर क्या कारण है कि घटना के लिए प्राथमिक रूप से जिम्मेदार अधिकारियों पर भी एक्शन का ऐलान मुख्यमंत्री नहीं कर सके ? मुख्यमंत्री के सामने ऐसी कौन सी मजबूरी है जो इंदौर में कार्रवाई करने से उनके हाथ बांध देती है ?
सांसद ने जनता को नकारा।
शुक्ला ने कहा कि मौत की वजह बनी बावड़ी को बंद कराने के लिए इंदौर के सांसद शंकर लालवानी की भूमिका की चर्चा हो रही है। इतनी बड़ी घटना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री भोपाल से इंदौर आ गए लेकिन इंदौर के सांसद इस पूरे दौर में गायब रहे । उन्होंने मृत लोगों के परिवारों को सांत्वना देने के लिए जाना अभी उचित नहीं समझा । पिछले लोकसभा चुनाव में वे सर्वाधिक मतों से जीतने वाले सांसद बने थे। इस जीत के बाद वे जनता को नकारने में ही लगे हुए हैं ।