इंदौर : श्री लक्ष्मी वैंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में गोदा – रंगनाथ विवाहोत्सव की धूम है।दो दिवसीय विवाहोत्सव के पहले दिन बुधवार को वैंकटेश महिला मंडल ने नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामीश्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के मंगल सान्निध्य में हल्दी, मेहंदी व तेल की रस्म निभाई गई। महिला मंडल की सखियों ने संगीत और भजनों के साथ गोदा अंबाजी के श्रीविग्रह को मेहंदी, हल्दी लगाई। इसी के साथ स्वामीजी महाराज का चरण पूजन कर सभी को विवाह का निमंत्रण दिया।
11 जनवरी को प्रातः 10.30 बजे से धूमधाम ,बाजे गाजे ढोल ढमाकों के साथ ही शाही लवाजमे छड़ी छत्र के साथ राजाधिराज प्रभु रंगनाथ की रजत शेषनाग पर बारात निकलेगी, जिसमे सभी वैष्णव साफे बांधकर, सजधज कर प्रभू की बारात में शामिल होंगे
सभी युवक – युवतियां प्रभु की बारात में ढोल व ताशों की धुन पर नाच- गा कर धूम मचाएंगे।
जगह जगह बारात का पुष्प व डॉयफ्रूट द्वारा स्वागत किया जाएगा।
प्रभु रंगनाथ तोरण लगाकर विवाह मंडप में प्रवेंश करेंगे।
भगवती गोदा अम्बा सजधज कर टोकनी में विराजमान होकर विवाह मंडप में पधारेंगी। प्रभु रंगनाथ द्वार पर पहुंचने के बाद तोरण मार कर विवाह मंडप में प्रवेंश करेंगे। विवाह की सभी रस्में तोरण,मायरा, वस्त्रों का आदान- प्रदान ,वरमाला ,फेरे के साथ ही विवाह की सभी रस्में होगी।
लगेगा 151 घड़ों का खिरान भोग।
बधाई के आयोजन के साथ ही क्रम अनुसार भगवती श्री गोदा अम्बा द्वारा प्रभु को 151 घड़ों का खिरान भोग सुहाग की वस्तुओ के साथ समर्पित किया जाएगा। इसके बाद महाआरती के साथ स्वर्ण के पुष्पो से अर्चना व स्तोत्र पाठ किये जाएंगे।