इंदौर. नोटबंदी के बाद को – ऑपरेटिव बैंक पर आरबीआई की नजर है। दरअसल देश भर में पुराने नोटों को 50 दिन की समय सीमा में भारी मात्रा में को – ऑपरेटिव बैंको को जरिया बनाने की ख़ुफ़िया सुचना आरबीआई के पास थी अब जब नोटबंदी के 50 दिनों के समय सीमा समाप्त हो गई है तो निजी बैंको के अलावा को – ऑपरेटिव बैंको पर आरबीआई की कड़ी नजर है। इसी के चलते मंगलवार को इंदौर में आरबीआई की टीम ने नागरिक सहकारी बैंक की चार अलग अलग स्थानों पर जांच की कार्रवाई की। इंदौर में नागरिक सहकारी बैंक की मुख्य ब्रांच सुभाष मार्ग चिमनबाग, मलहरगंज, एच आई जी और छावनी में स्थित है इन सभी स्थानों पर आरबीआई के अधिकारी एक साथ पहुचे और यहाँ पर के वाय सी खातों की जांच शुरू की। इंदौर में नागरिक सहकारी बैंक के कुल 25 हजार से भी अधिक खाता धारक है। अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है कि 50 हजार से अधिक की रकम कितने लोगो ने जमा की और क्या उनके केवायसी फॉर्म जमा थे। सूत्रों के मुताबिक 50 दिन की नोटबंदी के दौरान बड़े ट्रांजेक्शन की भी जांच इस दौरान की जा रही है। हालांकि सुभाष मार्ग स्थित बैंक कार्यालय के प्रबंधक राजेश मिश्रा ने इसे रूटीन कार्रवाई बताया है लेकिन जिस तरह से सभी ब्रांचों पर एक साथ जांच शुरू हुई उससे ये साफ़ होता है कि आरबीआई के पास कोई पुख्ता जानकारी है। फिलहाल इंदौर में ये कार्रवाई जारी है और बड़ी अनियमितता के खुलासे की उम्मीद भी आरबीआई को है।
इंदौर में आरबीआई की बड़ी कार्रवाई, सहकारी बैंक के मुख्यालय सहित चार स्थानों पर जाँच
Last Updated: January 11, 2017 " 07:07 am"
Facebook Comments