केवल उत्सव नहीं, पुरातन संस्कृति का प्रतिबिंब है भगोरिया
🔹कैलाश विजयवर्गीय🔹 जनजातीय संस्कृति का महापर्व भगोरिया 18 मार्च से शुरू हो गया है। मालवा-निमाड़ के ग्रामीण अंचल फिर उमंग और उल्लास के साथ इसे मानने जुट रहे हैं। पड़ोसी राज्यों में मजदूरी करने गए हमारे मेहनतकश परिवारजन भी भगोरिया और होली मनाने के लिए अपने-अपने गांव-फलियों में लौटने लगे हैं। ग्रामीण ढोल-मांदल की थाप पर झूमने लगे हैं। भगोरिया को पिछले साल ही मध्यप्रदेश सरकार ने राजकीय पर्व घोषित किया था। मध्य प्रदेश की लोकप्रिय भाजपा सरकार का यह और पढ़े