महापौर ने किया शहर की प्रमुख नदी के घाटों का अवलोकन।
इंदौर : महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने रविवार को इंदौर की प्रमुख नदियों और घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शहर के जल स्रोतों—नदी, तालाब, कुएँ, बावड़ी—का संरक्षण और सफाई करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। घाटों को सुंदर बनाना, सीवरेज-ड्रेनेज के पानी को नदी में जाने से रोकना और गाद निकालने का कार्य नगर निगम की प्राथमिकताओं में शामिल है। इस दौरान जल कार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा बबलू, अपर आयुक्त रोहित सीसोनिया और नगर निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
सरस्वती नदी पर नौका विहार।
नदियों के निरीक्षण के बाद महापौर भार्गव ने बताया कि अमितेश नगर स्थित सरस्वती नदी में नाव चलाने की योजना बनाई गई है। गणगौर घाट और कृष्णपुरा घाट को नए स्वरूप में तैयार किया जाएगा।
पुराने घाटों को संवारकर यहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।
महापौर भार्गव ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विजन के तहत 100 से अधिक बावड़ियों को पुनर्जीवित किया गया है।
महापौर ने बताया कि मुख्यमंत्री जी की घोषणा अनुरूप इंदौर में छठ पूजा के लिए तीन नए घाट बनाने का कार्य नगर निगम तत्परता से करेगा।
महापौर ने कहा कि नदियों की सफाई और संरक्षण एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए नगर निगम लगातार प्रयासरत है।