फूहड़ चुटकुलों ने ले ली है कविता की जगह
स्वर्णाक्षर सम्मान से सम्मानित कवि सरोज कुमार ने व्यक्त की पीड़ा। साहित्यकार होने की पहली शर्त है उसका बैचेन होना: वीएस कोकजे । कवि सम्मेलन पहले साहित्यिक अनुष्ठान थे, अब व्यावसायिक हो गए हैं : शशिकांत यादव । इन्दौर : (कीर्ति राणा)कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष में डॉ. कुँअर बेचैन की जन्म जयंती के निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान व डॉ. कुँअर बेचैन स्मृति न्यास, ऑस्ट्रेलिया द्वारा काव्य कुँअर व काव्य दीप सम्मान समारोह का आयोजन श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति में और पढ़े