देवी अहिल्याबाई की जयंती पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने किया ऐलान।
मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने इंदौर की महारानी लोकमाता अहिल्याई की 298 वी जयंती पर आयोजित समारोह में अहमदनगर जिले का नाम बदलकर ‘अहिल्यादेवी होलकर नगर’ किए जाने की घोषणा की। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। अहिल्यादेवी का जन्म 31 मई, 1725 को महाराष्ट्र के चौंडी गांव में हुआ था।
सीएम शिंदे ने कहा, “हमने अहिल्यादेवी होल्कर के नाम पर अहमदनगर का नाम बदलने का फैसला किया है, क्योंकि यहां के लोगों की यही इच्छा है।”
लोगों की इच्छा है कि अहमद नगर का नामकरण महारानी अहिल्याबाई के नाम पर हो।
शिंदे ने कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं कि उन्होंने पहले औरंगाबाद का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और उस्मानाबाद का नाम ‘धाराशिव’ कर दिया और अब लोकमाता देवी अहिल्याबाई की जयंती पर अहमदनगर का नाम ‘अहिल्यादेवी होलकर नगर’ करने जा रहे हैं।शिंदे ने कहा कि अहिल्यादेवी का नाम हिमालय जितना ऊंचा है। उन्होंने अपने राज्य के किसानों और श्रमिकों के लिए बहुत कुछ किया। अहमदनगर को उनका नाम देना जयंती समारोह पर उनका उचित सम्मान होगा।
मालवा राज्य (इंदौर) की शासिका रही लोकामाता महारानी अहिल्याबाई होलकर अपने पति खांडेराव, ससुर मल्हारराव और बेटे मालेराव होलकर की मृत्यु के बाद मालवा राज्य की गद्दी पर बैठी थीं, उस समय उनकी आयु मात्र 22 वर्ष थी।उनके 28 साल के शासनकाल (1767-1795) को होलकर रियासत का स्वर्णकाल माना जाता है। उन्होंने किसानों और आम लोगों के लिए बहुत कुछ किया, मंदिरों का निर्माण व जीर्णोद्धार करवाया, राज्य के लोगों की रक्षा की, यहां तक कि अपने भतीजे तुकोजी होलकर के नेतृत्व में मुगलों के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया। उन्होंने अपनी भरोसेमंद टीम के साथ बेहतर शासन चलाकर इतिहास में अपनी जगह बनाई।