इंदौर : कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है पर इसे लेकर जिसतरह डर और दहशत का माहौल पैदा किया जा रहा है, वह गलत है।अस्पताल में अकेले पड़े मरीज का मनोबल बढ़ाने की जरूरत सबसे ज्यादा है। ख़ौफ़ और दहशत तो संक्रमण को और बढा देते हैं। सम्भव हो तो दिन में एक- दो बार परिजनों को पूरे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मरीजों से मिलने की अनुमति दी जानी चाहिए। इससे मरीजों को संक्रमण से बाहर आने में मदद मिलेगी। रविवार 4 अप्रैल के आंकड़ों पर नजर डालें तो संकमण के मामले बढ़े हुए दिखाई देंगे पर टेस्टिंग के अनुपात में ग्रोथ रेट देखें तो वह 14 फीसदी है। यह ग्रोथ रेट बीते दो- तीन दिनों के मुकाबले कम है। अतः ये नहीं कहा जा सकता कि संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। जितनी टेस्टिंग ज्यादा होगी, संक्रमित मामलों की संख्या भी बढ़ी हुई नजर आएगी।
788 नए संक्रमित मिले।
रविवार को 3430 आरटी पीसीआर सैम्पल लिए गए। 2679 रेपिड एंटीजन सैम्पल कलेक्ट किए गए। इनमें से 5657 की टेस्टिंग की गई। 4793 निगेटिव पाए गए। 788 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 42 रिपीट पॉजिटिव निकले। 34 सैम्पल खारिज किए गए। आज दिनांक तक की बात करें तो कुल 950669 सैम्पलों की टेस्टिंग की गई है। 73224 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से 90 फ़ीसदी रिकवर हो चुके हैं।
405 किए गए डिस्चार्ज।
रविवार को 405 मरीज कोरोना संक्रमण से रिकवर होने पर डिस्चार्ज किए गए। इन्हें मिलाकर अब तक कुल 66661 मरीज रिकवर हो चुके हैं। 5589 संक्रमितों का फिलहाल इलाज चल रहा है।
तीन मरीजों की मौत।
रविवार को 3 और मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण से हो गई। इन्हें मिलाकर अब तक कुल 974 मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है।