निगम परिषद के विशेष सम्मेलन में बोले विधायक मेंदोला।
हुकमचंद मिल की मजदूरों के बकाया भुगतान के मामले में मिल की जमीन हाउसिंग बोर्ड को हस्तांतरित करने को लेकर बुलाया गया था विशेष सम्मेलन।
इंदौर : “आज मैं बहुत भावुक हूँ।मेरे और कैलाश जी के पिता मिल में मजदूर थे। मेरे भैया भी इसी हुकमचंद मिल में मजदूर थे। हम लोग मजदूर परिवार से हैं।मिल बंद होने के बाद जिंदगी का बोझ उठाने का संघर्ष हम लोगों ने देखा भी है और किया भी है। पिछले 32 साल से हम लोग हुकुमचंद मिल के मजदूर परिवारों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आज ईश्वर ने हमको ये मौका दिया है कि हम इन 5800 परिवारों के दामन में खुशियां बिखेर सके।“
ये बात भाजपा विधायक रमेश मेंदोला ने मंगलवार को हुकुमंचंद मिल मजदूरों की देनदारी चुकाने को लेकर बुलाए गए नगर निगम के विशेष सम्मलेन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने मिल मजदूरों की बकाया राशि के भुगतान के लिए नगर निगम के स्वामित्व की हुकमचंद मिल की जमीन हाउसिंग बोर्ड को हस्तांतरित करने के लिए रखे गए प्रस्ताव का समर्थन करते हुए मिल मजदूरों को उनका हक़ दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भाजपा सरकार तथा महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित MIC सदस्य और निगम परिषद का आभार माना। मेंदोला ने मजदूरों के संघर्ष को मंजिल तक पहुंचाने के लिए हुकुमचंद मिल कर्मचारी अधिकारी समिति के नरेंद्र श्रीवंश, श्री धालीवाल, बोकरे, अधिवक्ता गिरीश पटवर्धन और धीरज पंवार के प्रति भी आभार व्यक्त किया।
बता दें कि हाउसिंग बोर्ड, मजदूरों के बकाया भुगतान के लिए 425 करोड़ रुपए की राशि पहले ही हाईकोर्ट द्वारा निर्देशित खाते में जमा कर चुका है।अब जरूरी कानूनी प्रक्रिया और खानापूर्ति के बाद मजदूरों और उनके वारिसों को उनके हक का पैसा मिल जाएगा।