मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने वर्चुअली 324 करोड़ रु. की लागत से स्थापित होने वाली खाद्य प्रसंस्करण इकाई का भूमिपूजन किया।
उज्जैन के 800 से अधिक स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार।
उज्जैन : प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने बुधवार को रीवा में आयोजित रीजनल इंडस्ट्रियल कॉनक्लेव में उज्जैन में स्थापित होने वाली खाद्य प्रसंस्करण इकाई का वर्चुअल भूमिपूजन किया। बता दें कि उज्जैन में 324 करोड़ रुपये की लागत से विक्रम उद्योगपुरी में मेसर्स महाशियन दी हट्टी प्रा.लि. (एमडीएच) की मसाला उत्पादन इकाई की स्थापना की जा रही है। इस अवसर पर एमपीआईडीसी द्वारा स्थानीय कार्यक्रम इन्दौर रोड स्थित रूद्राक्ष होटल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथजी महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, विवेक जोशी और संजय अग्रवाल शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने रीवा में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने में मध्य प्रदेश अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। प्रदेश में उद्योगों को निरन्तर प्रोत्साहन देने के लिये रीजनल इण्डस्ट्रीयल कॉनक्लेव का आयोजन संभाग स्तर पर किया जा रहा है। कॉनक्लेव का आयोजन संभागीय स्तर पर करने के पीछे मध्य प्रदेश शासन का उद्देश्य यह है कि सबका सर्वांगीण विकास हो सके और स्थानीय लोगों को रोजगार मिले।
मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कार्यक्रम के दौरान उद्योग इकाई की स्थापना करने वाले उद्योगपतियों से चर्चा की। उज्जैन में स्थापित होने वाली एमडीएच की इकाई का वर्चुअल भूमिपूजन करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी ओर से सभी को शुभकामनाएं दी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
सांसद बालयोगी उमेशनाथजी महाराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में कई सकारात्मक परिवर्तन आये हैं। पहले उज्जैन के लोग रोजगार की तलाश में इन्दौर और पीथमपुर की ओर रूख करते थे। कई लोगों को प्रदेश के बाहर भी जाना पड़ता था, लेकिन सरकार द्वारा निरन्तर यही प्रयास किये जा रहे हैं कि किसी को भी रोजगार की तलाश में अपने घर-परिवार से दूर न जाना पड़े।
विधायक जैन ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने का संकल्प लिया है। संभाग स्तर पर रीजनल इण्डस्ट्रीज कॉनक्लेव का आयोजन होने से उद्योगों को न सिर्फ प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि लघु और मद्यम उद्योग की संख्या में भी वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने सदैव जरूरतमंद वर्ग की चिन्ता की है। पूरे देश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये एक सकारात्मक वातावरण निर्मित हुआ है। उज्जैन में आने वाले सभी उद्योगपतियों का विधायक जैन ने अपनी ओर से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यहां का वातावरण अत्यन्त सकारात्मक और सहयोगी है। आने वाले समय में और भी इकाईयों को स्थापित करने के लिये हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिये।
नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव ने इस अवसर पर कहा कि हम सबके लिये अत्यन्त हर्ष का विषय है कि उज्जैन में मसाला उद्योग की स्थापना होने जा रही है। निश्चित रूप से इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया। स्वागत भाषण एमपीआईडीसी के प्रबंध संचालक राजेश राठौड़ ने दिया।
राठौड़ ने जानकारी दी कि एमडीएच कंपनी को भूमि आवंटित कर दी गई है। आगामी दिसम्बर-2025 अथवा जनवरी-2026 तक इस इकाई के शुरू होने की संभावना है। एमडीएच की मसाला उत्पादन इकाई के उज्जैन में प्रारम्भ होने से मसाला उद्योग को बढ़ावा मिलेगा तथा यहां पर बना मसाला सुदूर क्षेत्रों तक जायेगा।
एमडीएच कंपनी के सुशील मनसोत्रा ने बताया कि उज्जैन में एमडीएच कंपनी की यह देश की सबसे बड़ी फैक्टरी होगी। इसमें लगभग 130 टन मसाले का उत्पादन किया जायेगा। यहां के लगभग 800 से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। कंपनी द्वारा उज्जैन के स्थानीय किसानों से मसाला क्रय किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन शैलेंद्र व्यास ने किया। आभार प्रदर्शन एमपीआईडीसी के प्रबंधक विनय तोमर ने किया।