इंदौर : श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना आगामी 15 सितंबर को महारैली और जनसभा का आयोजन करने जा रही है। जातिगत आरक्षण हटाकर आर्थिक आधार पर लागू करने और एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में निकाली जा रही महारैली महालक्ष्मी नगर से प्रारंभ होकर चिमनबाग मैदान पहुंचेगी। वहां जनसभा कर आरक्षण का आधार आर्थिक करने की मांग की जाएगी।
रविवार को पत्रकार वार्ता के जरिये राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया उनका आंदोलन किसी भी जाति या समुदाय के खिलाफ नहीं है। किसी भी राजनीतिक दल से समर्थन उन्होंने नहीं लिया है पर तमाम सामान्य और पिछड़ा वर्ग संगठन उनके साथ हैं।
रसूखदार उठा रहे आरक्षण का लाभ।
श्री सुखदेव सिंह का कहना था कि 70 साल से आरक्षण का लाभ केवल नेता, मंत्री, आईएएस, आईपीएस अधिकारी और रसूखदार लोग ही पीढ़ी दर पीढ़ी लेते आ रहे हैं। वास्तविक जरूरतमंद 78 फीसदी लोग आज भी आरक्षण से वंचित हैं। बाबासाहब आम्बेडकर भी लंबे समय तक आरक्षण जारी रखने के खिलाफ थे पर राजनीतिक दल वोट बैंक की खातिर जातिगत आरक्षण को बरकरार रखे हुए हैं।
एट्रोसिटी एक्ट में हो बदलाव।
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष का कहना था कि एक देश एक कानून का सिस्टम लागू होना चाहिए। एट्रोसिटी कानून भेदभावपूर्ण है, उसमें बदलाव किया जाना चाहिए। उन्होंने पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने और एससी- एसटी के लिए भी क्रीमीलेयर तय करने की मांग की।
आर्थिक आरक्षण के नियमों में बदलाव हो।
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह का यह भी कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर लागू किये गए 10 फीसदी आरक्षण का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। इसके नियमों में बदलाव कर अचल सम्पति संबंधी नियम हटाए जाना चाहिए।
कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे।
श्री सुखदेव सिंह ने कहा कि 15 सितंबर को चिमनबाग मैदान पर सभा के बाद ज्ञापन राज्य व केंद्र सरकार के नाम सौंपा जाएगा। अगर सरकार ने ज्ञापन लेने के लिए अपने प्रतिनिधि नहीं भेजे तो वे कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर उसका घेराव करेंगे। उन्होंने देशभर में इसतरह की रैलियां और जनसभाएं करने की भी बात कही।