इंदौर : बीते वर्ष लॉकडाउन के बाद जैसे- तैसे शुरू हुआ ट्रेनों का परिचालन अब फिर बन्द होने की कगार पर है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने यात्रियों के आवागमन पर ब्रेक लगा दिया है। इसके चलते रेलवे के लगभग सभी मण्डलों में कई ट्रेनों का परिचालन आगामी आदेश तक रोक दिया गया है। पश्चिम रेलवे ने भी अपनी कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया है।
इंदौर- महू से चलने वाली 20 गाड़ियां रद्द।
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कि पिछले वर्ष के लॉकडाउन के बाद कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चरणबद्ध ढंग से विशेष ट्रेनों के रूप में गाड़ियों का परिचालन शुरू किया गया था। इंदौर- महू से 36 ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा था, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने इतनी तेजी से पैर पसारे की यात्रियों का आवागमन ही थम सा गया। न के बराबर यात्री मिलने से पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल से चलने वाली कई गाड़ियां रद्द करनी पड़ी हैं। इंदौर- महू से चलने वाली 36 में से 20 गाड़ियों का परिचालन फिलहाल रद्द कर दिया गया है। इंदौर से दौंड (पुणे) व कोच्चीवेल्ली जाने वाली ट्रेनें भी इनमें शामिल हैं।
कुछ गाड़ियों के फेरे कम किए।
रेलवे पीआरओ जयंत ने बताया फिलहाल केवल 16 गाड़ियों का संचालन इंदौर- महू से किया जा रहा है। इनमें से भी इंदौर- मुम्बई अवंतिका एक्सप्रेस, महू से इंदौर होकर कटरा को जानेवाली मालवा एक्सप्रेस और इंदौर- उदयपुर जैसी नियमित ट्रेनों के फेरे कम कर दिए गए हैं। सातों दिन चलने वाली यह ट्रेनें अब सप्ताह में तीन दिन चलाई जा रही हैं।
हावड़ा ट्रेन से जानेवाले यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य।
रेलवे पीआरओ जयंत ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने बाहर से आनेवाले यात्रियों के लिए आरटी पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। इसके चलते इंदौर से हावड़ा जाने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस में यात्रियों को अपने साथ आरटी पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट ले जाना अनिवार्य होगा। जो यात्री ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें हावड़ा स्टेशन पर कोविड टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। रिपोर्ट आने तक उन्हें क्वारनटाइन में रहना पड़ सकता है। अतः यात्री इस बात को लेकर सावधानी बरतें।