इंदौर : रेल यात्रियों के ऊपर की सीट पर रखे बैग को काटकर कीमती जेवरात और नगदी चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए जीआरपी थाना ब्यावरा ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से सोने-चांदी के जेवरात व नकदी बरामद कर इस जघन्य आपराधिक कृत्य का खुलासा किया।
ये था पूरा मामला :-
दिनांक 22 फरवरी 2025 को फरियादी अपने परिवार के साथ ट्रेन संख्या 22983 (कोटा-इंदौर) के जनरल कोच में कुम्भराज से इंदौर की यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान, रेलवे स्टेशन ब्यावरा के आसपास किसी अज्ञात व्यक्ति ने ऊपर रखे बैग को ब्लेड से काटकर उसमें रखा लेडीज़ पर्स चुरा लिया। पर्स में एक सोने की “हाय” (बच्चों की चूड़ी), जिसकी कीमत ₹8,000 एवं ₹12,000 नगद रखे थे। इसीतरह दिनांक 4 मई 2025 को एक महिला यात्री ट्रेन संख्या 19342 (बीना-नागदा पैसेंजर) में राधौगढ़ से ब्यावरा की यात्रा कर रही थी। यात्रा के दौरान, उसके ट्रॉली बैग में रखे छोटे लेडीज पर्स को चोरी कर लिया गया। पर्स में लगभग ₹91,000 मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण रखे हुए थे।
उक्त चोरी की एक जैसी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक रेल इंदौर संतोष कोरी द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा पाठक सोनी एवं उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती ज्योति शर्मा के मार्गदर्शन में जीआरपी थाना ब्यावरा प्रभारी निरीक्षक गोपाल सिंह कनासिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर विवेचना की गई।
टीम ने तकनीकि सहायता और मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए ग्राम गोपालपुर, थाना छजलेट, जिला मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) निवासी दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के नाम
फईम पिता हनीफ, उम्र 32 वर्ष और जाकिर पिता साबिर, उम्र 35 वर्ष होना बताए गए।
आरोपियों से सोने की हाय, अंगूठी, मोती, चांदी की करधोनी, पायल, बिछिया व ₹4,000 नकद कुल कीमत 56000रु, का मशरूका जब्त किया गया ।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे आमतौर पर रात की ट्रेनों में जनरल कोच में यात्रा कर रहे यात्रियों को निशाना बनाते थे। वे स्वयं यात्री बनकर ऊपर की सीटों पर रखे बैगों की रेकी करते और यात्रियों के सो जाने के बाद धारदार औजार से बैग काटकर आभूषण व नगदी निकालकर अगला स्टेशन आते ही फरार हो जाते थे।