इंदौर : मप्र सरकार द्वारा केवल अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा देकर पत्रकार बिरादरी में फूट डालने का काम किया जा रहा है। प्रदेश में बड़ी तादाद ऐसे पत्रकारों की हैं, जिन्हें अधिमान्यता नहीं मिली है पर वे दिन- रात अपने आपको जोखिम में डालकर जनता तक सही जानकारी पहुंचाने में जुटे हैं। ऐसे सभी पत्रकार, प्रेस फोटोग्राफर, वीडियो जर्नलिस्ट और वे हॉकर जो घर- घर अखबार पहुंचाने का काम करते हैं, उन्हें भी फ्रंटलाइन वॉरियर्स का दर्जा दिया जाना चाहिए। इस मामले में अधिमान्यता और गैर अधिमान्यता का भेद खत्म किया जाए।
इंदौर प्रेस क्लब में किया गया धरना- प्रदर्शन।
इसी मांग को लेकर प्रदेश भर में पत्रकारों ने सोमवार को धरना दिया। इंदौर प्रेस क्लब में अंकुर जायसवाल की अगुवाई में किए गए धरना- प्रदर्शन में प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी, उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी व दीपक कर्दम, महासचिव हेमंत शर्मा, सचिव अभिषेक मिश्रा, कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी, कार्यकारिणी सदस्य अभय तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा, सूरज उपाध्याय, अशोक समन, विपिन नीमा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार साथियों ने धरना- प्रदर्शन में शिरकत की। सोशल डिस्टेंन्सिंग का पालन करते हुए क्रमबद्ध ढंग से किए गए इस धरना- प्रदर्शन में तमाम पत्रकार साथियों ने अपनी बात रखते हुए प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि वह अधिमान्यता- गैर अधिमान्यता का भेद समाप्त कर सभी मैदानी पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दें। सभी पत्रकारों ने एकजुट होकर हक की इस लड़ाई को हर स्तर पर लड़ने का संकल्प लिया।