परिजनों के रूदन और विलाप से भर आई सभी की आंखे।
पीपल्यापाला मुक्ति धाम पर किया गया अंतिम संस्कार।
इंदौर : पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर स्थित बावड़ी की छत ढहने से मृत लोगों का पीपल्यापाला रीजनल पार्क के समीप स्थित मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया। बेहद गमगीन भरे माहौल में जब एक साथ 24 चिताओं को अग्नि दी गई तो मृतकों के परिजनों के साथ वहां मौजूद हर शख्स की आंखे सजल हो उठी। कोरोना काल के बाद ये पहला मौका था जब इतनी बड़ी तादाद में एक साथ चिताएं जली हों। शेड में जगह कम पड़ने से नीचे जमीन पर चिता सजाकर मृतकों का दाह संस्कार करना पड़ा। 36 मृतकों में से करीब 30 मृतकों का अंतिम संस्कार इसी मुक्तिधाम में किया गया। मप्र शासन की ओर से मंत्री तुलसी सिलावट मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इसके अलावा विधायक जीतू पटवारी, आकाश विजयवर्गीय, महापौर भार्गव अन्य जनप्रतिनिधि,संभागायुक्त पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर इलैया राजा टी और निगमायुक्त प्रतिभा पाल सहित बड़ी संख्या में शहर वासी भी हादसे में मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे।
9 गुजराती परिवारों के 11 सदस्यों की एक साथ उठी अर्थियां।
बावड़ी में गिरने से मारे गए लोगों में ज्यादातर गुजराती और सिंधी समाज से जुड़े लोग थे। पटेल नगर में एक ही गली में रहने वाले 9 परिवारों के 11 सदस्य इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे। इन सभी की अर्थियाँ एक साथ घरों से निकली तो परिजनों के रूदन से हर किसी का दिल रो उठा। लोगों ने भरी आंखों से दिवंगतों को अंतिम विदाई देने के साथ परमात्मा से उनकी आत्मिक शांति के लिए प्रार्थना की।
इसके पूर्व सभी शवों का पोस्टमार्टम कर उन्हें परिजनों के हवाले किया गया।