इंदौर : प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन तथा प्रेस्टीज विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. डेविश जैन को शिक्षा, कौशल विकास, कृषि और उद्योग में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ‘मध्यप्रदेश रत्न अलंकरण’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान मध्यप्रदेश प्रेस क्लब की 32वीं स्थापना वर्षगांठ के अवसर पर भोपाल में आयोजित एक भव्य समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल द्वारा प्रदान किया गया।
सम्मान के प्रति जताया आभार।
डॉ. जैन ने इस प्रतिष्ठित सम्मान को अपना और अपनी टीम का गौरव बताते हुए कहा, “यह सम्मान न केवल मेरे लिए, बल्कि मेरे परिवार, प्रेस्टीज समूह, और उन सभी सहयोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिन्होंने इस यात्रा में मेरा साथ दिया। मैं मध्यप्रदेश प्रेस क्लब का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ, जिसने मुझे इस सम्मान के योग्य समझा।
समाज और राष्ट्र की प्रगति का माध्यम बनें शिक्षा।
डॉ. जैन ने अपने संबोधन में आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में काम करना उनके जीवन का लक्ष्य रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह व्यक्तित्व विकास, समाज सशक्तिकरण, और राष्ट्र की प्रगति का माध्यम बननी चाहिए। प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के माध्यम से उनका प्रयास युवाओं तक गुणवत्तापूर्ण और कौशल-आधारित शिक्षा पहुंचाना है, जो उन्हें आत्मनिर्भर और रोजगारोन्मुखी बनाए।
डॉ. जैन ने मध्यप्रदेश को अपनी कर्मभूमि बताते हुए कहा, “यह प्रदेश मेरी प्रेरणा का स्रोत है। यहाँ की मिट्टी और यहाँ के लोगों ने मुझे सपने देखने और उन्हें साकार करने का साहस और सामर्थ्य दिया है। जो कुछ भी मैंने हासिल किया है, उसका श्रेय मैं इस प्रदेश और इसके लोगों को देता हूँ। उन्होंने यह सम्मान अपनी टीम, शिक्षकों और छात्रों को समर्पित करते हुए कहा, “उनकी मेहनत और समर्पण के बिना यह सफर अधूरा होता। हमारा उद्देश्य ऐसा समाज बनाना है, जहाँ हर व्यक्ति को प्रगति के समान अवसर मिले।”
बता दें कि डॉ. जैन के नेतृत्व में प्रेस्टीज समूह ने शिक्षा, कृषि और उद्योग के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। उनका योगदान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।