भोपाल : नगर निगमों के महापौर पद के प्रत्याशी के नामों पर विचार करने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने नौ जून को बैठक बुलाई है। बैठक में सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। इसमें निकाय चुनाव के प्रभारियों द्वारा स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के बाद जो फीडबैक लिया गया है, उस पर चर्चा की जाएगी। पार्टी की कोशिश यह है कि आम सहमति के आधार पर प्रत्याशी तय हो जाए।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि बैठक में नगरीय निकाय चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की जाएगी। प्रत्याशी चयन के लिए जिला स्तरीय समिति बनाई गई है। इसमें जिला प्रभारी, स्थानीय विधायक, पूर्व विधायक, जिला और ब्लाक इकाई के साथ सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है।
सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद ये अपनी ओर से नाम सुझाएंगे। इसके आधार पर वरिष्ठ नेता विचार-विमर्श करके नाम तय करेंगे। वहीं, वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि जहां सहमति बन चुकी है, वहां विधायकों को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है। पार्टी स्तर पर सर्वे भी कराया गया है।
कानून व्यवस्था को लेकर श्वेतपत्र जारी करे सरकार।
प्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि सरकार कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर श्वेतपत्र जारी करे। प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के साथ महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। लगातार आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं और सरकार सुशासन का दावा कर जनता को भ्रमित कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में चोरी, डकैती, अपहरण, गैंगवार, सट्टा, जुआ और अवैध मादक पदार्थो का धंधा फल-फूल रहा है। महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं प्रतिदिन सामने आ रही हैं।
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की वर्ष 2021 की रिपोर्ट के अनुसार 10 हजार 648 महिलाएं और बधाों की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। बाल अपराध भी मध्य प्रदेश में सर्वाधिक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार श्वेतपत्र जारी करे ताकि जनता को सही स्थिति का पता चल सके।