नगर निगम द्वारा सभी वार्डो में शुरू किए जा रहे योग केंद्रों में सहयोग करें डॉ. निशा जोशी योग एकेडमी – महापौर भार्गव।
मिशन कौंतेय के प्रतिभागियों को वितरित किए प्रमाण पत्र।
योग पर रखा गया नि:शुल्क सेमिनार।
इंदौर : निशा जोशी योग अकादमी एंड योग गंगा,यौगिक,साइंटिफिक एंड स्पिरिचुअल रिसर्च फाउंडेशन,इंदौर की निदेशक डॉ,निशा जोशी के मार्गदर्शन में इंदौर प्रेस क्लब में मिशन कौंतेय के प्रतिभागियों का दीक्षांत समारोह और ‘सकारात्मक सोच का जीवन पर प्रभाव’ योग व गीता के संदर्भ में’ विषय पर निशुल्क सेमिनार का आयोजन किया गया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। पुलिस आयुक्त, इंदौर महानगर हरिनारायण चारी मिश्रा मुख्य वक्ता के बतौर कार्यक्रम में मौजूद रहे। ब्रिगेडियर आकाश भनोट ग्रुप कमांडर एनसीसी हेडक्वार्टर, अरविंद तिवारी, अध्यक्ष इंदौर प्रेस क्लब और डॉ. एसपी सिंह, प्राचार्य गुजराती होम्योपैथी कॉलेज, कार्यक्रम के विशेष अतिथि थे।
सच्चाई के रास्ते पर चलें, लक्ष्य पर निगाह रखें।
इस मौके पर डॉ. निशा जोशी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी हम अपना धैर्य नहीं खोए।अच्छे लोगो का सत्संग करे।सच्चाई का रास्ता कभी न छोड़े।अपने गुरुजनों का दिल से सम्मान करे। सत्य,परिश्रम, और ईमानदारी से आती है सकारात्मकता। भगवद गीता में भगवान कृष्ण यही संदेश देते हैं की हम धर्म के रास्ते पर चलें। सच्चाई का साथ दें और लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें।
डॉ, निशा जोशी ने कहा कि हमारी योग अकादमी छात्र छात्राओं को नि:शुल्क योग का प्रशिक्षण देती है और उन्हें इस काबिल बनाती है कि वे सम्मान के साथ अपनी जीविका चला सके। उन्होंने आगे कहा कि कौंतेय का अर्थ अर्जुन है जो कभी लक्ष्य से नही भटकता और घबराता नही हैं।
एकेडमी के मुकेश जोशी ने बताया कि हमारा मकसद योग से जीवन को निखारना ही नही उससे आगे भी बढ़ना है। एकेडमी में बच्चों को योग नि:शुल्क सिखाया जाता है। वर्तमान में हमारे तीन सेंटर है।
मानसिक समस्याओं का निदान योग पद्धति में है।
समारोह में पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी ने कहा कि जीवन शैली में बदलाव के कारण व्यक्ति शारीरिक और मानसिक बीमारियों से लगातार घिरता जा रहा है,उसका सही समाधान योग जीवन पद्धति में है। योग करने से व्यक्ति कभी फ्रस्टेड नही होता और न कभी अवसाद से घिरता है। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि विषम परिस्थितियों में भी जो व्यक्ति हार न मानकर हालात से लड़ते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता जाता है, उसे कामयाबी अवश्य मिलती है।
नगर निगम के योग केंद्रों में सहयोग करें निशा जोशी योग एकेडमी।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि नगर निगम शहर के सभी वार्डो में योग केंद्र शुरू करने जा रहा है, उसमें डॉ,निशा जोशी योग एकेडमी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा, हम अपनी दिनचर्या में योग को अपनाएं तो जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
सैनिक के जीवन में सकारात्मकता की बड़ी भूमिका।
बिगेडियर भनोट ने कहा कि सैनिक के जीवन में सकारात्मकता का बड़ा रोल है,क्योंकि एक सैनिक को कई बार विपरीत परिस्थितियों में तुरंत निर्णय लेना पड़ता है।योग से सैनिक का जीवन ज्यादा अनुशासित, स्वस्थ्य और सकारात्मक हो सकता है।
सोच को सकारात्मक बनाता है योग।
प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने कहा कि जब तक हमारी सोच सकारात्मक नही होगी,तब तक वह कार्य में भी परिणित नही होगी। योग हमारी सोच को सकारात्मक बनाता है। डॉ,निशा जोशी योग एकेडमी इसी दिशा में कार्य कर रही है।
अच्छे लोगों का साथ सकारात्मकता लाता है।
गुजराती होम्योपैथी कॉलेज के प्राचार्य एस पी सिंह ने कहा कि गुरुओ के पास बैठने और अच्छे लोगों के सत्संग से सकारात्मकता आती है।ईमानदारी और सादगी का जीवन जिए।महान पुरुषों की गाथाएं पढ़े और मर्यादा नही छोड़ें।
स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल,प्रेस क्लब महासचिव हेमंत शर्मा ने भी इस मौके पर अपने विचार व्यक्त किए।
योगासनों की रिदमिक प्रस्तुति दी।
इस मौके पर मेघा पंवार ,शिवांगिनी शर्मा, कार्तिक रूपल ,ओमप्रकाश मेहरा, संजना सोलंकी राघवेंद्र शर्मा , कीर्ति दुबे कोशल्या तिवारी,सीमा शर्मा,श्रद्धा वैष्णव और निधि वैष्णव ने संगीत की धुन पर योगासनों की मनोहारी प्रस्तुति दी।
मिशन कौंतेय के प्रतिभागियों को वितरित किए प्रमाण पत्र।
कार्यक्रम में अतिथियों के हाथों मिशन कौंतेय के तहत योग विद्या का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 40 छात्र – छात्राओं को सम्मानित करने के साथ प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। समाज को दिशा देने वाले समाजसेवियों का भी इस अवसर पर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि स्वागत डॉ.निशा जोशी,मुकेश जोशी, डॉक्टर दिव्या सिंह, नवीन पाल,शर्मिष्ठा कपोनिया,प्रेमलता सहयोगी,अजीत जैन व कार्तिक सक्सेना ने किया। कार्यक्रम का संचालन प्रिया गौतम और दीक्षा गोरान ने किया। आभार मुकेश जोशी ने माना ।कार्यक्रम में एनसीसी कैडेट,शिक्षक और छात्र – छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।