धर्मेश यशलहा
इंदौर : “लक्ष्य सेन पहले पदार्पण में ही ओलंपिक का सेमीफाइनल खेल सकते है”और “लक्ष्य सेमीफाइनल खेलने वाले पहले भारतीय बनेंगे?”,”लक्ष्य का दमखम और फिटनेस तो कहती है कि वे जीत सकते हैं” मेरे इन तीनों कथन-अनुमान को 22 वर्षीय लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर 11 ताईपेई के चोयु तैन चैन को 75 मिनट में 19-21, 21-15, 21-12 से हराकर सही कर दिखाया। अब उत्तराखंड के अल्मोड़ा के इस होनहार को ओलंपिक में पहला पुरुष भारतीय पदक वीर बनने के लिए दो मैच में एक जीत की ही जरुरत है। दोनों जीत का चमत्कार किया तो स्वर्ण पदक मिलेगा और एक जीत मिली तो कांस्य पदक या रजत पदक हासिल होगा।
विश्व नंबर 22 लक्ष्य सेन को सेमीफाइनल में विश्व नंबर 2और मौजूदा ओलंपिक विजेता डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से 4 अगस्त को खेलना है, विक्टर ने पेरिस में अब तक सभी मैच दो गेम में ही जीते हैं। पूर्व विश्व नंबर एक साढ़े 30 वर्षीय विक्टर एक्सेलसेन से अब तक हुए सात मुकाबले में लक्ष्य को एक ही जीत मिली है, विक्टर छह बार जीते हैं जिससे 2022की आल इंग्लैंड फाइनल की जीत भी शामिल है। इस साल 29 मई 2024 को लक्ष्य, सिंगापुर खुली स्पर्धा के पहले दौर में विक्टर से एक घंटे 2 मिनट के संघर्ष में 13-21, 21-16, 13-21 से हारे थे। थामस कप फाइनल्स-2022 के क्वार्टर फाइनल में भी विक्टर को लक्ष्य पर 21-13,21-13 से विक्ट्री मिली। 2022 में लक्ष्य सेन प्रतिष्ठित आल इंग्लैंड का फाइनल खेलने वाले चौथे भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने। फाइनल में विक्टर एक्सेलसेन ने लक्ष्य को 21-10, 21-15 से हराया। इससे पहले 2020 के आल इंग्लैंड में भी विक्टर, लक्ष्य से 21-17,21-18 से जीते, इसके बीच 2022 की जर्मन खुली स्पर्धा के सेमीफाइनल में लक्ष्य ने विक्टर को 21-13,12-21,22-20 से हराकर उलटफेर किया। लक्ष्य को एक्सेलसेन पर ऐसी ही जीत की तलाश होगी। दूसरा सेमीफाइनल विश्व विजेता थाईलैंड के कुन्लावुत वितिद्सर्न और सातवें क्रम के मलेशिया के ली जी जिआ के बीच हैं, सेमीफाइनल में जो हारेंगे वे कांस्य पदक के लिए आपस में खेलेंगे।
भारत को बैडमिंटन में सात्विक साईंराज रैंकी रेड्डीऔर चिराग शेट्टी के क्वार्टर फाइनल में ही हारने के बाद लक्ष्य सेन से ही ओलंपिक पदक की उम्मीद है।
क्वार्टर फाइनल में लक्ष्य सेन की शुरुआत अच्छी नहीं रही, कड़े संघर्ष के बावजूद लक्ष्य, 12 वें क्रम के चोयु तैन चैन से 0-2,2-5, से पीछे हो गए, 2-2, 5-5 और 6-6 के बाद लक्ष्य 7-7 की भी बराबरी हुई, फिर 34 वर्षीय चोयु 9-7और 11-9 से आगे हुए और बढ़त को 14-9 और 15-11 तक ले गए, लक्ष्य ने लगातार छह अंक बनाकर 15-15 के बाद 17-15 की बढ़त बनाई, चोयु ने टेप कर 18-18 किया, लक्ष्य ने स्मैश से 18-20 को 19-20 किया लेकिन हार गए।
दूसरे गेम में लक्ष्य ने पहला अंक गंवाने के बाद 4-1 की बढ़त बनाई, चोयु ने 4-4 की बराबरी की, 5,6,7 और 10 पर भी बराबरी हुई, इस दौरान बढ़त चोयु के पास रही, लक्ष्य ने चोयु को नेट में उलझा कर 11-10 की बढ़त बनाई लेकिन चोयु के स्मैश से स्कोर 11-11 हो गया,लक्ष्य 13-11की बढ़त को 13-13के बाद 18-13 तक ले गए, लक्ष्य ने 20-14 की बढ़त से गेम जीता। तीसरे और निर्णायक गेम में लक्ष्य ने 0-2 को 2-2और 3-3 किया, वे 5-3 से आगे हुए फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा, लक्ष्य ने 9-4,11-8,14-9और 15-10की बढ़त बनाई, रैली, मजबूत रक्षण और मौका मिलते ही जम्प स्मैश लगाकर 18-12 की बढ़त बनाई, क्रास कोर्ट स्मैश से लक्ष्य ने 20-12 किया। सवा घंटे के संघर्ष में चोयु का रिटर्न नेट में उलझा और लक्ष्य को विजयी अंक मिल गया। लक्ष्य की चोयु पर पांचवें मुकाबले में दूसरी जीत हैं। प्रशिक्षक प्रकाश पादुकोण और विमलकुमार भी अपने लक्ष्य से गदगद हैं।
गजब..लक्ष्य।
भारतीय बैडमिंटन संगठन के अध्यक्ष, असम मुख्यमंत्री हिमान्ता बिस्वा शरमा , भारतीय बैडमिंटन संगठन महासचिव संजय मिश्रा, उपाध्यक्ष अलकनंदा अशोक एवं हरियाणा खेल विश्वविद्यालय के कुलपति अशोक कुमार ने लक्ष्य सेन को सेमीफाइनल में आने पर बधाई दी है।