इंदौर : बुधवार को रेसीडेंसी कोठी में पत्रकार वार्ता करने से रोके जाने से नाराज पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने तीखे तेवर अपनाते हुए जिला व पुलिस प्रशासन को निशाने पर लिया। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अधिकारी बीजेपी के इशारे पर काम न करें अन्यथा आनेवाले समय में उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर तबादले के डर से बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं।
पार्किंग एरिया में बैठकर की मीडिया से चर्चा..!
दरअसल कांग्रेस ने रेसीडेंसी कोठी में पत्रकार वार्ता होने का निमंत्रण देकर मीडिया कर्मियों को वहां आमन्त्रित किया था। जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, प्रेमचंद गुड्डू और विनय बाकलीवाल निर्धारित समय पर रेसीडेंसी कोठी पहुंचे तो उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों ने रेसीडेंसी के हॉल में बिना अनुमति पत्रकार वार्ता करने से रोक दिया। इस पर कांग्रेसी नेताओं और अधिकारियों में खूब जद्दोजहद हुई लेकिन अधिकारी नहीं माने। कांग्रेसियों का कहना था कि जनप्रतिनिधि होने के नाते रेसीडेंसी में पत्रकार वार्ता लेना उनका अधिकार है। उन्होंने इसके लिए आवेदन भी किया था। बताया जाता है कि पटवारी ने कलेक्टर मनीष सिंह से भी फोन पर बात की लेकिन बात नहीं बनीं। आखिर कांग्रेसी नेताओं ने रेसीडेंसी कोठी के पार्किंग एरिया में बैठकर पत्रकार वार्ता की।
बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा प्रशासन।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है। हमारे नेता व कार्यकर्ताओं पर धड़ाधड़ मुकदमें लादे जा रहे हैं, रासुका तक लगाई जा रही है लेकिन सांवेर में कलश यात्रा के नाम पर बीजेपी भीड़ जुटाकर घर- घर कोरोना पहुंचा रही है, उसके खिलाफ प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। ऐसे अधिकारी जो बीजेपी के हमदर्द बने हुए हैं, कांग्रेस की सरकार आने पर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।