महापौर द्वारा शाला प्रकोष्ठ विभाग की समीक्षा बैठक।
इंदौर : महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शाला प्रकोष्ठ विभाग की महापौर सभाकक्ष में समीक्षा बैठक आहूत की। बैठक में जनकार्य प्रभारी राजेन्द राठौर, अपर आयुक्त मनोज पाठक, अधीक्षण यंत्री अशोक राठौर, शाला प्रकोष्ठ प्रभारी योगेन्द्र गंगराडे, राकेश सराफ, विजय कमलपुरियां, पराग अग्रवाल व अन्य उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा शहर में जोनवार कितने स्थानों पर शाला भवनों का निर्माण किया जा रहा है, के संबंध में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में निगम सीमा में 417 शालाऐ है, शालाओं के निर्माण, सुधार योजना के अंतर्गत शासकीय विद्यालायों के पुननिर्माण, नवीनीकरण व विकास कार्य शामिल हैं।
महापौर ने शहर में संगम नगर, बाणगंगा, सीआरपी लाइन, पागनीस पागा, संयोगितागंज, सुदामा नगर, खजराना, गांधी नगर में चल रहे विकास कार्यो के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। निगम द्वारा शाला प्रकोष्ठ विभाग के माध्यम से किस प्रकार से शाला भवन का निर्माण व संधारण कार्य किया जाता है, के संबंध में भी जानकारी ली गई।
महापौर भार्गव ने कहा कि निगम के शाला प्रकोष्ठ विभाग द्वारा शाला भवनों का निर्माण व संधारण कार्य किया जाता है, इसके साथ ही शहर के ऐसे शासकीय भवनों में सिविल कार्य के बाद इंतजामों की मॉनिटरिंग शहर के अनुभवी लोगों, संस्थानों के माध्यम से करवाने के संबंध में योजना बनाने के भी संबंधितो को निर्देश दिए गए। महापौर द्वारा शहर के शाला भवन निर्माण, नवीनीकरण कार्य में संलग्न ऐसी निर्माणकर्ता कंपनी/फर्म जिनके द्वारा कार्य की धीमी गति होने व कार्य में रूचि नही लेने के कारण निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है, ऐसी कंपनी व फर्म के विरूद्ध नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए गए।
मॉडल खेल मैदान बनाने के दिए निर्देश।
महापौर ने कहा कि शाला प्रकोष्ठ द्वारा शासकीय स्कूल भवनों के निर्माण व संधारण कार्य के साथ ही शहर के खेल मैदान जैसे मल्हाराश्रम के खेल मैदान को भी मॉडल खेल मैदान बनाने के संबंध में योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। मॉडल खेल मैदान में रनिंग ट्रैक, बॉलीवॉल/फुटबॉल/ओपन जिम के साथ ही अन्य गतिविधियां संचालित हों, इस बारे में शाला प्रकोष्ठ के अधिकारियों को खण्डवा रोड स्थित युनिवरसिटी कैम्पस में बने रर्निंग ट्रेक का अवलोकन करने के भी निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही महापौर भार्गव ने निगम के सूचना प्रकोष्ठ विभाग को निर्देश दिए कि शाला प्रकोष्ठ के माध्यम से जिन-जिन शासकीय स्कूल भवनों का निर्माण करने कर जो सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, के बारे में पेम्पलेट बनाकर क्षेत्रीय पार्षदों, नागरिकों, संबंधित शाला भवन के संचालक व प्रबंधक के माध्यम से सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाए।