इंदौर : बुजुर्गों के साथ हुए बुरे बर्ताव से हुई इंदौर की बदनामी से सांसद शंकर लालवानी भी आहत हुए। उन्होंने रविवार को सरकारी विभागों और गैर सरकारी संस्थाओं के साथ एआइसीटीएएसएल के सभागार में बैठक की और भिक्षुक पुनर्वसन योजना को तेजी से लागू करने को लेकर चर्चा की। सांसद लालवानी ने एनजीओ प्रतिनिधियों से इस बारे में सुझाव भी आमंत्रित किए।
सांसद लालवानी ने कहा कि भिक्षुक पुनर्वसन योजना में इंदौर को शामिल किया गया है और इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। सांसद लालवानी ने कहा कि प्रशासन ने कुछ बड़े फैसले किए हैं। इनमें कहा गया कि
निराश्रित बुजुर्गों के साथ
मानववीय व्यवहार सबसे पहली प्राथमिकता है।
अगले कुछ दिन ठंड ज़्यादा है इसलिए रेन बसेरा/वृद्धाश्रम/भिक्षुक गृह में व्यवस्था तत्काल की जाएगी।
वहां 3 समय मुफ्त भोजन दिया जाएगा।
गर्म कपड़े और अलाव की व्यवस्था होगी।
नशामुक्ति केंद्र और अस्पतालों की व्यवस्थाएं बेहतर होगी।
सांसद लालवानी ने सभी एनजीओ के सुझावों का स्वागत किया और कहा की ये पहली बैठक थी और आगे हम ठोस योजना के साथ काम करेंगे।
सांसद लालवानी ने कहा कि NGO सर्वे में मदद करें और हम भिक्षुक पुनर्वसन योजना में देश मे सबसे आगे रहेंगे।
बैठक में भिक्षावृत्ति के सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक समेत कई पहलूओं पर चर्चा की गई। इसके साथ ही भिक्षावृत्ति में नशे और दिव्यांगता के पहलू पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
इस महत्वपूर्ण बैठक में संभागायुक्त पवन शर्मा, नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन संजय दीक्षित समेत कई सरकारी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।