इंदौर : जर्मनी के 73 वर्षीय नौजवान साइकिलिस्ट अरमांडो इन दिनों भारत भ्रमण पर हैं। 26 सितंबर 2018 को वे साइकिल से विश्व की सैर करने निकले थे। अरमांडो के इंदौर पहुंचने पर उनका प्रेस्टिज पब्लिक स्कूल के छात्र- छात्राओं और शिक्षकों ने आत्मीय स्वागत किया। अभी तक 12 लाख किलोमीटर की यात्रा कर चुके अरमांडो चौथी बार भारत आए हैं।
अरमांडो बताते हैं कि वे दिल्ली से मोहाली होते हुए अमृतसर गए और वहां से विभिन्न शहरों का भ्रमण करते हुए इंदौर आए।
कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए शुरू की साइकिलिंग।
अरमांडो ने प्रेस्टीज स्कूल के बच्चों के साथ अपने अनुभव शेयर करते हुए बताया कि कुछ सालों पहले एक दुर्घटना का शिकार होने के बाद उनको कमर दर्द की समस्या से गुजरना पड़ा। डॉक्टर ने उन्हें इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए साइकिलिंग या स्विमिंग करने का सुझाव दिया। उन्होंने साइकिलिंग का विकल्प चुना। साइकिलिंग के कारण ही वे 73 साल की उम्र में भी बिल्कुल स्वस्थ्य हैं।
साथ में लेकर चलते हैं टेंट..
अरमांडो ने बताया कि वे सायकिल पर टेंट साथ लेकर चलते हैं। किसी होटल में रुकने की बजाय वे रास्ते में पड़नेवाले पेट्रोल पम्प पर टेंट लगाकर डेरा डाल देते हैं। सुबह होते ही वे आगे की यात्रा पर निकल पड़ते हैं।
प्रेस्टीज स्कूल के प्राचार्य डॉ. प्रकाश चौधरी ने साइकिलिस्ट अरमांडो का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया और उन्हें स्मृतिचिन्ह भी प्रदान किया। स्कूल के स्टॉफ व बच्चों ने अरमांडो को आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी।
अरमांडो चौथी बार भारत यात्रा पर आए हैं। वे 2016 में भी इंदौर आए थे।