युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए सतत रूप से चलाया जाएगा अभियान-कलेक्टर
इंदौर : इंदौर जिले में अमानक स्तर की औषधि और वटी बनाने वाली ईकाईयों के विरूद्ध निरंतर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में बड़ी कार्रवाई करते हुए भांग युक्त मुनक्का के नाम से अमानक स्तर की वटी/औषधि बनाने वाली 15 इकाइयों के लायसेंस निलंबित किए गए।
अपर कलेक्टर राजेश राठौर ने बताया कि जिन इकाइयों के लायसेंस निलंबित किए गए हैं उनमें महेश अग्रवाल द्वारा संचालित मीनार फार्मा (काला घोड़ा मुनक्का), हीरालाल पंजवानी द्वारा संचालित विश्वास सेवा सदन (मस्ताना मुनक्का), लता मेहता द्वारा संचालित की जा रही मेहता आयुर्वैदिक संस्थान (सनन मुनक्का), नरेन्द्र सिंह सोलंकी द्वारा संचालित माहेश्वरी मुनक्का मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, शुभम राठौर एवं साहित्य मिश्रा द्वारा संचालित धनश्री प्रोडक्ट्स, अनूप कुमार गुरबानी द्वारा संचालित अटल मुनक्का एवं मनभावन मुनक्का, रमेश वैष्णव द्वारा संचालित वैष्णव आयुर्वेदिक फार्मेसी, हीरालाल पंजवानी द्वारा संचालित कल्याण सेवा सदन (मस्ताना मुनक्का), लोकेन्द्र गर्ग द्वारा संचालित एस.एस.मनुक्का भण्डार, गौरव वसैनी द्वारा संचालित मेसर्स शिवम मार्केटिंग, गोपाल धनोतिया द्वारा संचालित तरंग फार्मा, रतनलाल वैष्णव द्वारा संचालित शुक्ला आयुर्वेदिक फार्मेसी, राजेश पंवार पिता नाथूलाल पंवार एवं हसन अली पिता कादर भाई पार्टनर द्वारा संचालित वर्धमान उद्योग शामिल हैं।
बता दें कि भांग माफिया मोहम्मद मुजाहिद खान उर्फ मंजूर भांगवाला के खिलाफ कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह द्वारा बीते माह रासुका में निरुद्ध करने की कार्रवाई की गई थी। जिन इकाइयों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं, उनमें हीरालाल पंजवानी भी शामिल हैं, जिनके रिश्तेदार नीलू पंजवानी की भांग माफिया मंजूर भांगवाला के साथ क्या संलिप्तता थी इसकी भी जांच जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।
भांग गोली बनाने वाली इकाइयों का किया सघन निरीक्षण।
जिला आबकारी एवं आयुष विभाग के अधिकारियों के संयुक्त दलों ने भांग गोली बनाने वाली इकाईयों का सघन निरीक्षण किया गया।
बता दें कि भांगयुक्त मुनक्का गोली को बनाने हेतु आयुष विभाग के द्वारा ड्रग लायसेंस जारी किया जाता है एवं भांग के औषधीय उपयोग हेतु आबकारी विभाग द्वारा लाइसेंस जारी किया जाता है। उक्त दोनों से संबंधित प्रावधानों के अनुरूप कार्य संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है अथवा नहीं, इसकी विस्तृत जांच की गई।
उपरोक्त निरीक्षणों/जांच में आयुष विभाग द्वारा लिए गए जो औषधि सैंपल, जांच में अमानक स्तर के पाए गए हैं, औषधि नियंत्रक आयुष भोपाल द्वारा उक्त इकाइयों को प्रदत्तऔषधि अनुज्ञा निलंबित कर दी गई है। परीक्षण हेतु भेजे गये सैंपल में से 03 फर्मों के परीक्षण परिणाम आना शेष हैं।