3 से 06 बजे तक भस्मार्ती के दौरान 63 हज़ार 3 सौ 71 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन।
उज्जैन : महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के पांचवे सोमवार को श्री महाकालेश्वर भगवान के पट मध्यरात्रि 02:30 बजे खुले। पट खुलने के बाद तड़के 03 बजे से सुबह 06 बजे तक लगभग 63,371श्रद्धालुओं ने महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किए।
बता दें कि, सोमवार को कार्तिकेय मण्डप को पूर्ण रूप से चलित भस्मार्ती में आने वाले भक्तों के लिए खाली रखा गया था, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग भस्मार्ती के दर्शन कर सके।
मंदिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभी द्वार से श्रद्धालुओं, कावड़ यात्रियों, वृद्धजनों, दिव्यांगों आदि के सुलभ दर्शन की व्यवस्था की गई है।
श्रावण माह में भगवान महाकालेश्वर की भस्मारती हेतु मंदिर के पट दिनांक 04 जुलाई से 11 सितम्बर 2023 तक प्रत्येक सोमवार मध्यरात्रि 2.30 बजे और अन्य दिवस तड़के 3 बजे खुलेंगे।
Related Posts
May 26, 2022 इंदौर को अन्य शहरों से जोड़ने वाले कई प्रोजेक्ट्स का 29 मई को होगा भूमिपूजन
इंदौर से बुरहानपुर सड़क तेजी से बनेगी।
तेजाजी नगर से बलवाड़ा तक रोड का काम शुरू […]
July 31, 2022 इंदौर में आया 2.9 तीव्रता का भूकंप, कोई नुकसान नहीं
इंदौर : देश के भूकंप प्रवण क्षेत्रों में अब इंदौर भी शामिल हो गया है। शनिवार सुबह करीब […]
March 17, 2023 सानंद न्यास के गुड़ी पड़वा उत्सव में सावनी शेंडे और वैभव जोशी देंगे सुरमई प्रस्तुति
इंदौर : सानंद न्यास के उपक्रम फुलोरा के तहत आगामी 22 मार्च 2023 बुधवार को 'गुड़ी पड़वा' […]
January 28, 2020 जैन श्वेताम्बर सोशल ग्रुप अरिहंत का शपथ विधि समारोह 2 फरवरी को इंदौर : जैन श्वेताम्बर सोशल ग्रुप अरिहंत का शपथ विधि समारोह 2 फरवरी को बायपास स्थित एक […]
August 26, 2023 अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार के मंत्र को लेकर तेजी आगे बढ़ रहा है देश..
डिजिटल नवाचारों से सेवाओं को किया गया है बेहतर, पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ी है - […]
May 8, 2022 सिविल जज बनी सब्जी वाले की बेटी अंकिता का बीजेपी महिला मोर्चा ने किया अभिनंदन
इंदौर : मूसाखेड़ी निवासी सब्जी विक्रेता नागर परिवार की बेटी अंकिता नागर के सिविल जज […]
November 6, 2021 विद्याधाम में गौवंश के लिए सजाए गए 56 भोग, सैकड़ों भक्तों ने लिया गौसेवा का पुण्य लाभ
इंदौर : विमानतल मार्ग स्थित श्री विद्याधाम की गौशाला पर शुक्रवार को गौवंश के लिए ‘छप्पन […]