आईएमए इंदौर शाखा ने किया था तंबाखू नियंत्रण वर्कशॉप का आयोजन।
आय एम ए इंदौर द्वारा टोबेको कंट्रोल पर कार्यशाला।
इंदौर : तंबाखू सेवन से होने वाली व्याधियां केवल व्यक्ति और समाज ही नही वरन पूरे देश को गहरी हानि पहुंचा रहीं हैं।इस मामले में केवल कानून बनाने से कुछ नही होगा, हर व्यक्ति ( फिल्म अभिनेताओं सहित) को अपनी जिम्मेदारी समझने की जरूरत है।
ये विचार आयएमए इंदौर द्वारा आयोजित टोबेको कंट्रोल वर्कशॉप में अतिथियों ने व्यक्त किए।
रविवार को एक निजी होटल में आयोजित टोबेको कंट्रोल वर्कशॉप का शुभारंभ आयएमए के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.अनिल जे नायक ने किया। डॉ. जगदीश कौर ( रीजनल एडवाइजर TFI WHO SEARO), डॉ.राणा सिंह (डायरेक्टर टोबेको कंट्रोल, साउथ ईस्ट एशिया ), डॉ. राकेश गुप्ता ( राजस्थान केंसर सोसाइटी) और डॉ. क्षितिज बाली(नेशनल फाइनेंस सेक्रेटरी आयएमए)भी इस दौरान अतिथि के बतौर मौजूद रहे।
नेशनल चेयरमैन आयएमए कैंसर एंड टोबेको कंट्रोल कमेटी और वर्कशॉप संयोजक डॉ.दिलीप कुमार आचार्य ने वर्कशॉप में विषय प्रवर्तन किया। ऑनलाइन जुड़ी WHO की रीजनल एडवाइजर डॉ. जगदीश कौर ने विभिन्न कानूनों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
डायरेक्टर टोबेको कंट्रोल साउथ ईस्ट एशिया डॉ.राणा जे सिंह ने टोबेको कंट्रोल कब, क्यों, कैसे पर चर्चा की।कैंसर फाउंडेशन राजस्थान के डॉ.राकेश गुप्ता ने टोबेको कंट्रोल में डॉक्टर्स की भूमिका की जानकारी दी।टोबेको क्विज के साथ ही टोबेको संबंधित बीमारियों पर डॉ.बीएम श्रीवास्तव, डॉ.संदीप जुल्का, डॉ. उल्हास महाजन, डॉ.पंचोलिया, डॉ. अरुण अग्रवाल, डॉ. रवि डोसी और डॉ.सुमित जैन ने संदर्भित विषय पर अपने विचार रखे। कार्यशाला में 100 से अधिक डॉक्टर्स उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण अध्यक्ष डॉ.नरेंद्र पाटीदार ने दिया। संचालन डॉ. संजय लौंढे ने किया। आभार डॉ. अक्षत पांडे ने माना। डॉ.एम ए गुजराल, डॉ.शेखर राव, डॉ.सुमित शुक्ला, डॉ. बीएस नैय्यर कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थे।
वर्कशॉप में आयोजित स्लोगन प्रतियोगिता में इंग्लिश में डॉ.सोनम वर्मा, डॉ.सुनील नारंग, से डॉ.सतीश सरोशे, हिंदी में डॉ.माधुरी रघुवंशी, डॉ.विनोद राय और डॉ.आशीष वर्मा विजेता रहे।