इंदौर : नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन द्वारा एम वाय अस्पताल के असेम्बली हॉल में अंतरराष्ट्रीय नर्सेस दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.अरविंद घनघोरिया और अधीक्षक डॉ.अशोक यादव ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डीन डॉ.घनघोरिया ने इस मौके पर अपने उदबोधन में नर्सिंग पेशे को मानव सेवा पर्याय निरूपित किया। उन्होंने कहा कि नर्सेज न केवल डॉक्टर के साथ खड़े होकर मरीजों का उपचार करती हैं, बल्कि सेवाभाव से समर्पित होकर हमेशा मरीज का मनोबल बढ़ाती हैं। किसी मरीज को ठीक करने में जितना योगदान किसी डॉक्टर का होता है उतना ही नर्स का भी होता है।
उन्होने कहा 1820 में इसी दिन नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने जन्म लिया था जिन्हे बाद मे “द लेडी विथ दी लेम्प ” की पदवी से नवाजा गया। डॉ. घनघोरिया ने कहा कि नर्सिंग आफिसर होने का अर्थ केवल नैदानिक कार्यों को कुशलतापूर्वक पूरा करना नहीं है, बल्कि इसमें रोगी की एक सम्पूर्ण व्यक्ति के रूप में देखभाल करना भी शामिल है। नर्सिंग ऑफिसर रोगियों के मनोबल को बढ़ाते हैं और उनकी बीमारी को नियंत्रित करने में सहयोग देते हैं।
इसके बाद अधीक्षक डॉ. यादव ने नर्सिंग स्टॉफ को फ्लोरेंस नाइट ऐंगल की तरह निस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा करने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज से सम्बंधित अस्पतालों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली लगभग 100 नर्सिंग ऑफिसर्स को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
नर्सिंग ऑफिसर्स एसोसिएशन द्वारा मरीजों के लिए तीन व्हील चेयर भी डीन और एमवायएच अधीक्षक को भेंट की गई। अतिथियों को नर्सिंग एसो. की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
कार्यक्रम में नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जाट,उपाध्यक्ष सुरेन्द्र त्यागी,सलाहकार प्रेम लता राठौर, सदस्य चन्द्रवीर सिंह चौहान,सम्भागीय अध्यक्ष नटवर पाराशर, संगठन मंत्री सुशील शर्मा, जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र पाठक,सचिव आदित्य उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में एमवाय अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर उपस्थित थे।
मरीज को ठीक करने में डॉक्टर से कम नहीं होता नर्स का योगदान : डीन डॉ. घनघोरिया
Last Updated: May 15, 2025 " 02:36 pm"
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