स्वच्छता का महागुरु बना इंदौर

  
Last Updated:  July 17, 2025 " 06:56 pm"

लगातार आठवीं बार हासिल किया स्वच्छता का सर्वोच्च स्थान।

नई दिल्ली में मंत्री श्री विजयवर्गीय ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से प्राप्त किया पुरस्कार ।

इंदौर नगर निगम के साथ प्रदेश के अन्य निकायों के जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी रहे उपस्थित।

मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों ने स्वच्छता में लगाई बड़ी छलांग, भोपाल-उज्जैन को भी मिला अवॉर्ड।

नई दिल्ली : इंदौर का स्वच्छता मॉडल अब देशभर के लिए अनुकरणीय बन गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण में बीते 07 वर्षों से लगातार नंबर वन का ताज हासिल करने वाले इंदौर ने इस बार सुपर स्वच्छ लीग में भी अपना परचम लहराते हुए नंबर वन का तमगा प्राप्त किया। इंदौर को शहर को 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले सुपर स्वच्छ लीग कैटेगरी में सूरत और नवी मुंबई के साथ रखा गया था। ये लीग उन शहरों के लिए बनाई गई थी जो स्वच्छता में सतत बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस तरह देखा जाए तो रैंकिंग से भी ऊंचे दर्जे का प्रदर्शन करते हुए इंदौर ने अपने आपको स्वच्छता का महागुरु साबित किया है।

नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से स्वच्छता में सिरमौर होने का अवॉर्ड प्राप्त किया। इस अवसर पर इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा भी उपस्थित रहे। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद मंत्री विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया के माध्यम से सभी नागरिकों को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से पुरस्कार प्राप्त कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। इंदौर को लगातार आठवीं बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसी के साथ मध्य प्रदेश को अन्य श्रेणी में भी अवॉर्ड प्राप्त हुए हैं। सभी नागरिकों एवं निकायों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

इंदौर स्वच्छता का महागुरु है।

विजयवर्गीय ने आगे कहा, इंदौर आज स्वच्छता का महागुरु है, पथ प्रदर्शक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन में कदमताल करते हुए इंदौर ने लगातार आठवीं बार देशभर में स्वच्छता में शीर्ष स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में इंदौर ने सिद्ध कर दिया कि जब जनता का संकल्प, जनप्रतिनिधियों की निष्ठा, प्रशासन की तत्परता और स्वच्छता मित्रों का परिश्रम एक सूत्र में बंध जाते हैं, तब असंभव को भी संभव किया जा सकता है। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा, यह स्वच्छता केवल पुरस्कार पाने का साधन नहीं, यह तो इंदौरवासियों की चेतना का दर्पण है, जो आने वाली पीढ़ियों को भी स्वच्छ जीवन जीने की प्रेरणा देता रहेगा।

प्रदेश की आत्मा में रच बस गई स्वच्छता।

उन्होंने कहा, स्वच्छ सुपर लीग में इंदौर ने जहां अपनी स्वच्छता साधना को पुनः सिद्ध किया है, वहीं बाबा महाकाल की पावन नगरी उज्जैन तथा मां नर्मदा के निर्मल तट पर बसे बुधनी ने भी प्रशंसनीय स्थान अर्जित कर प्रदेश की गौरवगाथा को विस्तार दिया है। इसीतरह राजा भोज की नगरी भोपाल, देवास एवं शाहगंज ने भी विविध श्रेणियों में पुरस्कृत होकर यह प्रमाणित कर दिया कि स्वच्छता अब मध्यप्रदेश की आत्मा में रच-बस गई है।

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