इंदौर : 62 वा गीता जयंती महोत्सव 6 दिसंबर से स्थानीय गीताभवन परिसर में प्रारम्भ हो रहा है। सात दिवसीय महोत्सव के शुभारम्भ समारोह की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के आचार्य जगद्गुरु स्वामी रामदयाल महाराज करेंगे। देशभर से 50 से अधिक संत- महात्मा इस महोत्सव में शिरकत कर अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं को लाभान्वित करेंगे। महोत्सव के लिए सजाए जा रहे मंच की पृष्ठभूमि अयोध्या में बनने जा रहे राममंदिर की तर्ज पर होगी। इस बार का महोत्सव पूरी तरह डिस्पोजल फ्री रहेगा वहीं सातों दिन श्रद्धालुओं को सामाजिक सरोकार से जुड़े संकल्प दिलाए जाएंगे।
गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष गोपालदास मित्तल, मंत्री राम ऐरन, सत्संग समिति के संयोजक रामविलास राठी और संरक्षक ट्रस्टी बनवारीलाल जाजू ने बुधवार को प्रेस वार्ता के जरिये यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के सान्निध्य में 50 से अधिक संत- विद्वान प्रतिदिन सुबह 8 से 12.30 और दोपहर 2 से 6 बजे तक विभिन्न सत्रों में अपने अमृत वचनों से भक्तजनों को लाभान्वित करेंगे।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि महोत्सव को डिस्पोजल फ्री रखने के साथ श्रद्धालुओं को सात संकल्प दिलाए जाएंगे जिसमें शहर को स्वच्छता में चौथी बार नम्बर वन का दर्जा दिलाने, यातायात में पहली बार शहर को अव्वल बनाने, झूठन नहीं छोड़ने, पॉलीथिन से मुक्ति पाने, पर्यावरण की रक्षा के लिए एक पौधा लगाने, जल की हर बून्द को सहेजने और कन्या जन्म को प्रोत्साहित करने जैसे संकल्प शामिल हैं।
पदाधिकारियों ने बताया कि गीता जयंती का मुख्य समारोह रविवार 8 दिसंबर को मनाया जाएगा। जिसमें संत- महात्माओं की मौजूदगी में हजारों श्रद्धालु श्रीमद भागवत गीता के 18 अध्यायों का सामूहिक पाठ करेंगे। इसी दिन शाम को नेत्रहीन बच्चे भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका पेश करेंगे। गीता जयंती महोत्सव के दौरान श्री विष्णु महायज्ञ भी आचार्य पंडित कल्याणदत्त शास्त्री के निर्देशन में सम्पन्न होगा।
डिस्पोजल फ्री होगा 6 दिसंबर से शुरू हो रहा गीता जयंती महोत्सव
Last Updated: December 4, 2019 " 01:27 pm"
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