इंदौर : नंदा नगर स्थित ईएसआईसी आदर्श अस्पताल जीर्णोद्धार के बाद नए स्वरूप और नई उपचार सुविधाओं के साथ मरीजों की सेवा में जुट गया है। 60 साल से संचालित इस अस्पताल के भवन के नवीनीकरण के साथ छत की वाटर प्रूफिंग कराई गई है। मरीजों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए खास सुविधाएं जुटाई गई हैं। 300 बेड के इस अस्पताल में 24 घंटे इलाज की व्यवस्था की गई है। 12 से 15 लाख लोगों को इस अस्पताल के जरिये उपचार का लाभ मिल रहा है।
ये जानकारी ईएसआईसी अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. सुचित्रा बोस ने दी। बीते दो- ढाई साल की उपलब्धियां गिनाने के साथ डॉ. बोस ने प्रोजेक्टर के जरिये उन तमाम सुविधाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला जो मरीजों के लिए जुटाई गई हैं।
मरीजों को परेशानी से बचाने के विशेष इंतजाम।
डॉ. बोस ने बताया कि नवीनीकरण के बाद ओपीडी खुलने का समय सुबह 8.15 बजे से कर दिया गया है। पंजीयन के बाद मरीजों के बैठने की समुचित व्यवस्था कर दी गई है। भर्ती मरीजों के लिए नए तरह के आरामदायक बेड लगाए गए हैं। पेयजल के लिए अस्पताल परिसर में तीन आरओ, वाटर कूलर लगाए गए हैं। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए टॉयलेट्स का निर्माण किया गया है। दिव्यांगों के लिए रेम्प भी बनाया गया है। पार्किंग की बेहतर व्यवस्था कर दी गई है।
लैब को दिया गया उन्नत स्वरूप।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. बोस ने बताया की लैब को उन्नत कर नई मशीनों से सज्जित किया गया है।हरतरह की जांच अस्पताल की लैब में ही हो जाए इसका प्रयास किया जा रहा है। कैंसर के पेशेंट को कीमोथेरेपी देने का इंतजाम भी अस्पताल में किया गया है। प्रति माह 25-30 मरीजों को कीमोथेरेपी दी जा रही है। इसके अलावा आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। रेडिएशन रोकने के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
बायो वेस्ट के निपटान का इंतजाम।
डॉ. बोस ने बताया अस्पताल से निकलने वाले बायो वेस्ट के निपटान का उचित प्रबंध किया गया है। इसी के साथ अस्पताल के भीतर और बाहर साफ- सफाई का खास ध्यान रखा जा रहा है। टॉयलेट्स भी स्वच्छ रहे इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जाती है।
सर्वश्रेष्ठ अस्पताल का मिला पुरस्कार।
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. बोस ने बताया कि इस अस्पताल को आईएसओ प्रमाणपत्र मिलने के साथ 300 बेड वाले ईएसआई अस्पतालों में सर्वश्रेष्ठ अस्पताल का पुरस्कार भी मिल चुका है।
स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन।
ईएसआई अस्पताल द्वारा मनाए जा रहे ऐसिक पखवाड़े के तहत विभिन्न इलाकों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं। इसी के साथ लोगों को बेसिक सीपीआर की जानकारी देने के लिए वर्कशॉप भी आयोजित किए जा रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज खोलेंगे..
डॉ. बोस ने बताया कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ईएसआई अस्पताल को उन्नत कर 500 बेड में तब्दील करने, माइक्रो बायोलॉजी लैब स्थापित करने और मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव है। इस दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं।