नई दिल्ली : कोरोना वायरस से जंग के चलते पीएम मोदी ने राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया है।उन्होंने कहा कि कोरोना की सायकल को तोड़ने के लिए 21 दिन का लॉक डाउन जरूरी है। हम अगर 21दिन नहीं संभले तो हम 21 साल पीछे चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही हमें बेहद भारी पड़ सकती है। पीड़ित देशों के अनुभव और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से सलाह- मशविरे के बाद ये निर्णय लिया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से मुकाबले का एक ही उपाय है और वो है ‘सोशल डिस्टेंन्सिंग’ याने घर में रहना । पीएम मोदी ने कहा मैं प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं आपके परिवार के सदस्यों के तौर पर कह रहा हूं ।देश व्यापी लॉक डाउन में आपके घर के बाहर एक लक्ष्मण रेखा खीच दी है।इसलिए एहतियात बरतिए । कोरोना मतलब कोई रोड पर ना निकले।
बेहद तेजी से फैलता है कोरोना।
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी की भयावहता को रेखांकित करते हुए कहा कि आज अगर किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण होता है तो वह कई लोगों को संपर्क में आने पर संक्रमित कर देता है। ये आग की तरह तेजी से फैलता है। wHO का आंकड़ा है कि पहले 1 लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे। 1लाख से 2 लाख संक्रमित होने में 11दिन लगे और 2 से 3 लाख लोग संक्रमित होने में केवल 4 दिन का समय लगा।
बड़े देश भी नही रोक पाए कोरोना का फैलाव।
पीएम मोदी ने कहा कि चाइना, इटली, ईरान, अमेरिका, जर्मनी जैसे समर्थ देश भी कोरोना के आगे बेबस हो गए हैं इन देशों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी दुनिया में बेहतरीन मानी जाती है फिर भी ये देश कॉरोना का प्रभाव कम नहीं कर पाए। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से निपटने का उपाय हफ्तों तक घरों से बाहर नहीं निकलना ही है। सरकारी निर्देशों का पालन करके ही इस महामारी से बचा जा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा कि चाहे जो हो जाए घर में ही रहना है। घर की लक्ष्मण रेखा नहीं लांघना है। इसकी फैलने की चैन को तोड़ना है। भारत आज उस स्टेज पर है कि हम कितना इस आपदा को कम कर सकते हैं। ये समय कदम कदम पर संयम बरतने का है।
जीवन बचाने के लिए ये कदम जरूरी।
पीएम मोदी ने कहा कि ये धैर्य व अनुशासन की घड़ी है। हमें अपना संकल्प निभाना है। मेरी आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि उनके बारे में सोचिए जो खुद को खतरे में डालकर काम कर रहे है। अस्पताल एम्बुलेंस सफाई कर्मचारी जो काम कर रहे हैं। आपको सही जानकारी देने के लिए मीडिया के बारे में भी सोचिए । अपने आस पास के पुलिस कर्मियों के बारे में भी सोचिए । जो दिन रात ड्यूटी कर रहे है।कोरोना वैश्विक महामारी के बीच सभी सरकार तेजी से काम कर रही है। सभी आवश्यक वस्तु की सप्लाई बनी रहे कदम उठाए गए है । निश्चित तौर पर गरोबो के लिए भी संकट की घड़ी है।
जीवन बचाने के लिए ऐसे कदम जरूरी है।
15 हजार करोड़ का इंतजाम।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इलाज के लिए हैल्थ स्ट्रक्चर स्ट्रॉन्ग करने हेतु 15 हजार करोड़ का इंतजाम किया गया है। मेडिकल पैरा मेडिकल का काम भी तेजी से हो रहा है। मुझे संतोष है कि देश का प्राइवेट सेक्टर भी देश वासियों के साथ है।
अफवाहों से बचे।
ये भी ध्यान रखिए की अफवाहें भी बहुत जोर पकड़ती हैं। मेरा आग्रह है कि अफवाह से बचे । केंद्र- राज्य सरकारों के निर्देश का पालन करें। बिना डॉक्टरों की सलाह के दवा ना लें। मुझे विश्वास है आप सभी निर्देशों का पालन करें । 21 दिन का लॉक डाउन कठिन है परन्तु इस महामारी के लिए जरूरी है।
आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता बरकरार रहेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन से घबराने की जरूरत नहीं है। इस दौरान आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की उपलब्धता बनी रहेगी। इस बीच गृह मंत्रालय ने भी गाइड लाइन जारी की है। इसमें साफ किया गया है कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं को छूट रहेगी। दूध, सब्जी, फल, राशन,दवाई की दुकानें खुली रहेंगी। स्वास्थ्य, अग्निशमन, पेट्रोल पम्प, गैस, साफ सफाई, प्रशासन,पुलिस, मीडिया आदि लॉक डाउन से मुक्त रहेंगे।