इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित स्वर्णबाग कॉलोनी में हुए अग्निकांड के आरोपी संजय ऊर्फ शुभम दीक्षित को पुलिस हिरासत में ही एक महिला ने जोरदार तमाचा रसीद कर दिया। गुस्से से भरी इस महिला ने आरोपी शुभम को फांसी पर लटकाए जाने की मांग की। एकाएक हुई इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने उक्त महिला को दूर किया। इसके पूर्व आरोपी संजय ऊर्फ शुभम दीक्षित का शनिवार देर रात एमवाय अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया जाया गया। उसके हाथ और शरीर पर चोट के निशान थे। उसके हाथ पर प्लास्टर भी चढ़ाया गया। अस्पताल में आरोपी ने मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे जाने पर शुक्रवार देर रात स्वर्णबाग कॉलोनी की बिल्डिंग की पार्किंग में उस युवती की स्कूटी को जलाना कबूला, जिससे वह बदला लेना चाहता था। स्कूटी से भड़की आग ने पार्किंग में रखी तमाम गाड़ियों और बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। विकराल रूप ले चुकी इस आग में झुलसकर बिल्डिंग में सो रहे 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 8 घायल हो गए। मृतकों में एक दंपत्ति भी शामिल थे।
युवती से छुटकारा पाना चाहता था।
निरंजनपुर में रहने वाले आरोपी युवक शुभम का दावा था कि उसके युवती से एक वर्ष से प्रेम संबंध थे। वह आए दिन उससे पैसों की मांग करती थी। वह उससे छुटकारा पाना चाहता था, इसीलिए उसे नुकसान पहुंचाने के लिए उसकी स्कूटी में आग लगाई थी, जिससे इतना बड़ा अग्निकांड हो गया।
एकतरफा प्यार में दिया वारदात को अंजाम।
उधर पुलिस के मुताबिक शुभम दीक्षित एक लड़की से एकतरफा प्रेम करता था। लड़की के शादी से मना करने पर उसने इस घटना को अंजाम दिया। युवक-युवती पर लगातार शादी का दबाव बना रहा था और इस बात को लेकर कुछ दिन पहले विवाद भी हुआ था इस सिरफिरे आशिक के कारण पांच पुरुष और 2 महिलाओं की जान चली गई। आरोपी युवक पर हत्या का मामला दर्ज कर आगे पूछताछ की जा रही है।