अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार के मंत्र को लेकर तेजी आगे बढ़ रहा है देश..

  
Last Updated:  August 26, 2023 " 12:24 am"

डिजिटल नवाचारों से सेवाओं को किया गया है बेहतर, पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ी है – केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह।

साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत ने किया नया मुकाम – मंत्री सखलेचा।

दो दिवसीय 26वीं नेशनल ई-गवर्नेंस कॉफ्रेंस संपन्न।

इंदौर : केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि देश अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार के मंत्र को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस परिकल्पना को साकार रूप दिया जा रहा है। इस परिकल्पना के आधार पर शासन माडल को लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुशासन का लक्ष्य आम लोगों के लिए ईज ऑफ लिविंग है। सूचना प्रौद्योगिकी को शासन के प्रत्येक माध्यम में शामिल किया जा रहा है। इसके बेहतर परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं। देश के सभी क्षेत्रों में डिजिटल नवाचार हो रहे है। यह आम जन की सुविधा के लिए बड़ा कदम है। इससे कार्यों में पारदर्शिता, निष्पक्षता बढ़ी है। लोगों में नया विश्वास जागा है। समय की बचत भी हो रही है। काम बेहद आसान हुए हैं।

डॉ. जितेन्द्र सिंह इंदौर में दो दिन से चल रही 26वीं नेशनल ई-गवर्नेंस कॉफ्रेंस के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम के अध्यक्ष शैतान पाल सिंह, सांसद शंकर लालवानी, भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त सचिव एन.पी.एस.राजपूत मध्यप्रदेश राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम के एमडी अभिजीत अग्रवाल भी विशेष रूप से मौजूद थे। दो दिवसीय इस कांफ्रेंस में देश के विभिन्न राज्यों के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से जुड़े वरिष्ठजन मौजूद थे। कांफ्रेंस में डिजिटल नवाचारों, सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने, स्टार्टअप आदि विषयों पर विभिन्न सत्रों में चर्चा की गई। मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने सूचना प्रौद्यागिकी के क्षेत्र में नवाचार करने वाले राज्यों, जिलों और अन्य संस्थाओं को पुरस्कृत भी किया।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुई नई डिजिटल क्रांति।

कांफ्रेंस के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में नयी डिजिटल क्रांति हुई है।इस क्रांति ने सुशासन को नया रूप दिया है। डिजिटल क्रांति के फायदे कोविड काल में दिखाई दिए। कोविड काल में प्रशासनिक कामकाज में विलंब नहीं हुआ। डिजिटल हेल्थ को भी बढ़ावा मिला। कोविड काल में भारत ने विश्व को इस दिशा में नई राह दिखाई। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का जनधन खाता खोला गया। इससे शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आई है। डिजिटल पेमेंट का बढ़ावा मिला है। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति से अब शिक्षण-प्रशिक्षण भी ऑनलाइन होने लगे हैं। सूचना प्रौद्योगिकी को दूरदर्शी सोच के साथ बढ़ावा दिया जा रहा है। हम 2047 के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्टफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से भी सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। सरकारी कामकाज और सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद मिल रही है। सुविधाएं और पारदर्शिता कार्यों में देखी जा रही है।

साइंस एंड टेक्नोलॉजी में भारत ने हासिल किया नया मुकाम।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश में यह राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित आयोजन होना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में इस महत्वपूर्ण आयोजन का मेजबान बनकर हम गौरान्वित है। देश भर से ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में दूरदर्शी लोगों और विशेषज्ञों को एक साथ शामिल होना हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने मध्यप्रदेश में डिजिटल और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में हुई कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत ने नया मुकाम हासिल किया है। हमारे देश के ग्रंथो और शास्त्रों में विज्ञान की अपनी समृद्ध विरासत है। तकनीकि प्रगति और सुशासन के प्रति प्रतिबद्धता के साथ मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। स्वदेशी तकनीकि समाधानों और जमीनी स्तर के नवाचारों के माध्यम से हम आगे बढ़ रहे हैं। अपने नागरिकों को सशक्त बना रहे हैं और आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।

कार्यक्रम को सांसद शंकर लालवानी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संयुक्त सचिव एनपीएस राजपूत ने स्वागत भाषण दिया।

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