60 से अधिक शहरों के महापौर व प्रशासनिक अधिकारी अर्बन – 20 बैठक में हुए शामिल।
सांसद, महापौर व अन्य ने बैठक का किया शुभारंम्भ।
इंदौर : प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जी- 20 के कई शिखर सम्मेलन देश में हो रहे हैं, उसी के तहत अर्बन – 20 में दुनिया भर के मेयर देश में आएंगे, जिसकी मुख्य बैठक अहमदाबाद में होगी। इसी क्रम में इंदौर में डिजिटल शहरी भविष्य को उत्प्रेरित करना, शहरी प्रशासन और योजना के लिए रूपरेखा की पुनःखोज व चैंपियनिंग स्थानीय पहचान के संबंध में ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में यू-, 20 बैठक आहूत की गई।बैठक का सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव व अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर देशभर के प्रमुख शहरो के महापौर जिनमें अहमदाबाद गुजरात के महापौर, छत्तीसगढ बीरगांव के महापौर, ऑल इंडिया मेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष व बुरहानपुर महापौर, भौपाल, उज्जैन, देवास, खण्डवा व अन्य प्रदेशों के शहरों के महापौर, प्रशासनिक अधिकारी, सीईओ, संयुक्त सचिव एवं मिशन निदेशक स्मार्ट सिटीज मिशन कुणाल कुमार, नगरीय आवास व विकास विभाग प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ लोकल सेल्फ गर्वमेंट के डिप्टी डायरेक्टर जनरल रवि रंजन गुरू, एडवाइजर डीपी तिवारी, कलेक्टर इलैया राजा टी, आयुक्त हर्षिका सिंह, राज्य सरकार व ऑल इंडिया इन्स्टीटयूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट के विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक मेंअहमदाबाद गुजरात के महापौर कीर्तिकुमार परमार, नगरीय आवास व विकास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, सभापति मुन्नालाल यादव, महापौर परिषद के सदस्य, पार्षद गण, कलेक्टर इलैया राजा टी और आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा यू – 20 के साथ ही शहरी विकास के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर विगत दिनों जी – 20 की बैठक के बाद यू 20 की मेजबानी भी कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में देश के विभिन्न शहरों में जी – 20 की मेजबानी की जा रही है। जी- 20 व यू- 20 के तहत देश के विभिन्न शहरों में आयोजित बैठकों के दौरान शहरी विकास पर चिंतन किया जा रहा है। इस यू – 20 की बैठक में किए गये विचार-विमर्श व मंथन से निकलने वाले निष्कर्ष को आगामी दिनो में गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित जी 20 की बैठक में रखा जाएगा।
जिस बात को अन्य शहर सोचते हैं, इंदौर उसे कर चुका होता है।
इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर में पूर्व में जी -,20 का आयोजन हुआ था, और अब अर्बन -, 20 की बैठक इंदौर में हो रही है।उन्होंने कहा कि यू – 20 के तहत 6 थीम पर कार्य किया जा रहा है। इन थीम्स पर इंदौर शहर पूर्व से काम रहा है। उन्होने कहा कि चैपियनिंग स्थानीय पहचान के तहत इंदौर ने अपनी स्वच्छता को स्ट्रेंथ बनाया और इस ताकत से देश व विदेश को आकर्षित किया है।प्रधानमंत्री ने इंदौर की प्रशंसा करते हुए, कहा था कि यह इंदौर नही एक दौर है। उन्होने कहा कि जब कोई किसी काम के बारे में सोचता है तब तक इंदौर उसे कर चुका होता है।उन्होने उपस्थित जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि अपनी किसी भी खूबी को अपनी ताकत बनाए और उसपर मिशन के तौर पर कार्य करे और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें।
डिजिटल शहर की ओर अग्रसर हुआ इंदौर।
महापौर भार्गव ने कहा कि इंदौर में मां नर्मदा का जल बहुत दूर से लाया जाता है। इस पर होने वाले बिजली के व्यय को कम करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान के निर्देशन में इंदौर ने सोलर प्लांट के लिए ग्रीन बाण्ड जारी किए थे, उन्हें देशभर में अच्छा प्रतिसाद मिला। 250 के स्थान पर 721 करोड के ग्रीन बाण्ड लोगों ने लिए। इंदौर की स्वच्छता नेे देश को एक सूत्र में बांधा है।इसके साथ इंदौर ने पहला पेपर लेस और डिजिटल बजट पेश किया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण हुआ साथ ही इंदौर डिजिटल शहर की ओर अग्रसर हुआ।
उन्होने कहा कि ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ लोकल सेल्फ गर्वमेंट और नगर निगम इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में यू – 20 का आयोजन देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में होने पर मैं गौरवान्वित महसुस कर रहा हूं। इस आयोजन का उददेश्य विभिन्न भागीदारीपूर्ण चर्चाओं और तकनीकि सत्रों के माध्यम से भारतीय शहरों के लिए शहरी शासन को फिर से स्थापित करने की ओर विशेष ध्यान देना है।
इंदौर जीरो वेस्ट इवेंट के साथ ही 3 आर सिंद्धांत पर बहुत अच्छा काम कर रहा है- प्रमुख सचिव।
नगरीय आवास व विकास प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने कहा कि शहरों को फोकस कर यू – 20 की बैठक में विचार- विमर्श किया जा रहा है, मैं इसके लिये ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ लोक सेल्फ गर्वमेंट को धन्यवाद देता हूं। उन्होने कहा कि देश के विकास में शहरो की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।भारत अब शहरों का देश बनने जा रहा है, कोई भी देश निजी सेक्टर के साथ आगे बढता है। शहरो के विकास में मूलभुत सुविधाऐं, पर्याप्त पेयजल, लोक परिवहन जैसी कई सुविधाऐं उपलब्ध करना हमारा उदेश्य है। प्रमुख सचिव मंडलोई ने कहा कि इंदौर देश में लगातार छः बार स्वच्छता में सिरमौर रहा है, इंदौर जीरो वेस्ट इवेंट के साथ ही 3 आर सिद्धांत पर लगातार काम कर रहा है। इस कार्यक्रम में प्लास्टिक की पानी की बॉटल के स्थान पर कांच की बॉटल का उपयोग किया जा रहा है, यह इंदौर में पहले से किया जा रहा है।
इस अवसर पर निगमआयुक्त हर्षिका सिंह ने कहा कि आगामी यू – 20 मेयर समिट जुलाई 2023 में अहमदाबाद में होने जा रही है, जिसकी अध्यक्षता भारत कर रहा है। इसी क्रम में यू- 20 के शिखर सम्मेलन में छह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इनमें पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार को प्रोत्साहित करना, जल सुरक्षा सुनिश्चित करना, त्वरित जलवायु वित्त पर विगत दिनो बैंगलोर में आयोजित यू – 20 की बैठक में विचार विमर्श किया गया था। इसके बाद इंदौर में आयोजित इस यू – 20 की बैठक में शेष 3 बिन्दु जिनमें स्थानीय क्षमता और पहचान का लाभ उठाना, शहरी प्रशासन व नियोजन ढांचे को फिर से बनाना तथा डिजिटल शहरी भविष्य को उत्प्रेरित करना पर विचार-विमर्श कर रोडमेप तैयार किया जाना है। विचार-विमर्श के बाद निकले निष्कर्ष व फायनल ड्राफ्ट को अहमदाबाद में आयोजित जी – 20 की बैठक में रखा जाएगा।
यू – 20 के संबंध में संक्षिप्त विवरण।
अर्बन 20 (यू- 20) जी- 20 देशों के शहरों द्वारा विचारों का आदान-प्रदान करने और जलवायु परिवर्तन व सतत विकास जैसे वैश्विक मुद्दों पर प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए एक पहल है। यू – 20 शहर कार्रवाई के लिए प्रमुख एजेंडे के रूप में शहरों को प्राथमिकता देने व राष्ट्रीय सरकारों को बुलाने के लिए बैठकों और कार्य सत्रों के माध्यम से एक साथ काम करते हैं। 2023 में भारत के यू – 20 के अध्यक्ष पद में अहमदाबाद को छठे यू – 20 चक्र के अध्यक्ष के रूप में शामिल किया गया है। यू – 20 मेयर समिट जुलाई 2023 में हो रही है, जिसकी अध्यक्षता भारत कर रहा है। शिखर सम्मेलन छह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
- पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार को प्रोत्साहित करना।
- जल सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- त्वरित जलवायु वित्त।
- स्थानीय क्षमता और पहचान का लाभ उठाना।
- शहरी प्रशासन और नियोजन ढांचे को फिर से बनाना।
- डिजिटल शहरी भविष्य को उत्प्रेरित करना।
सत्र 1-डिजिटल शहरी भविष्य को उत्प्रेरित करना।
भारतीय शहरी निर्णय लेने और नीति निर्माण प्रक्रियाओं में डेटा की भूमिका। उपलब्ध डेटा की गुणवत्ता, और डेटा सुरक्षा व गोपनीयता के मुद्दे।
भारतीय शहरों के सैंडबॉक्स वातावरण के प्रावधान के माध्यम से सेवा वितरण में उभरते हुए डिजिटल नवाचारों को बढ़ावा देना।
सटीक शहरी डेटा और अन्य क्षेत्रीय नीतियों जैसे ईज ऑफ लिविंग, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ मूविंग आदि के लिए इसका अभिसरण। शहर के डेटा संग्रह, प्रबंधन और विश्लेषण में निजी सार्वजनिक भागीदारी की भूमिका।
सत्र 2- शहरी प्रशासन और योजना के लिए रूपरेखा।
कैसे स्थानीय डेटा शासन में सुधार करता है।
हाइब्रिड और बहु-क्षेत्राधिकार जीआईएस योजना मॉडल विकसित करना।
स्थानीय समुदायों और स्थानीय अधिकारियों के बीच भागीदारी को बढ़ावा देने से आर्थिक क्षमता बढ़ाने और सुरक्षित निर्मित वातावरण बनाने में कैसे मदद मिलती है?
सेवाओं की गुणवत्ता और उपलब्धता में सुधार के लिए भागीदारी योजना, लैंड पूलिंग और पुनर्समायोजन के लिए ढांचा अपनाना।
कैसे सार्वजनिक और निजी क्षेत्र का हस्तक्षेप सतत विकास को बढ़ावा दे सकता है, के डिजाइन में नागरिक-नेतृत्व और निजी क्षेत्र के नवाचार के लिए प्रोत्साहन-आधारित रूपरेखा।
निर्मित वातावरण, मिश्रित उपयोग विकास और सार्वजनिक स्थान।
टीओडी, मिश्रित उपयोग, शहरों जैसी नई नियोजन रणनीतियों पर चर्चा।
सत्र 3- चैंपियनिंग स्थानीय पहचान।
वैश्विक फंडिंग सुविधाओं तक बेहतर पहुंच के लिए फ्रेमवर्क।
विरासत प्रबंधन परियोजनाओं का समर्थन करने हेतु सांस्कृतिक विविधता के लिए कोष।
सार्वजनिक स्थानों, स्थानीय कार्यक्रमों और त्योहारों की योजना व डिजाइन का समर्थन करने के लिए एक मजबूत स्थानीय समुदाय और बुनियादी ढांचे का निर्माण करना, शहर-स्तरीय अर्थव्यवस्था और समावेशी लक्ष्यों में योगदान देना।
स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों के पक्ष में नीतियों व मानदंडों को सक्षम करने से पर्यटन और पूरक बुनियादी ढांचे का विकास हो सकता है।
वैश्विक स्तर पर इन प्रथाओं तक पहुँचने और साझा करने के लिए नवीन डेटा-आधारित तकनीकों और नियोजन ढाँचों पर चर्चा।