इंदौर : कोरोना संक्रमण में आ रहे उछाल को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार को आयएमए के पदाधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की।
जिलाधीश मनीषसिंह द्वारा सांसद शंकर लालवानी की उपस्थिति में बुलाई गई इस बैठक में चेस्ट सोसाइटी और इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।इस दौरान कोरोना के पुराने वैरिएंट डेल्टा और नए स्वरूप ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए दिशा- निर्देश देने के साथ इलाज को लेकर समुचित इंतजाम रखने के निर्देश भी निजी अस्पताल संचालकों के लिए जारी किए गए। अस्पताल संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे 25 फीसदी बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखें, वहीं निर्धारित दरों पर ही इलाज करें।
बैठक में ये दिए गए दिशा- निर्देश।
1) आमजन डरे नहीं, ओमिक्रोन कम खतरनाक है फिर भी अपनी जिम्मेदारी समझें, प्रोटोकॉल का पालन करे।सारी जानकारी अधिकृत प्रवक्ता से ही प्राप्त करे।
2) नए सिरे से 2 दिन में बच्चों व बड़ो का ट्रीटमेंट प्लान बनाएं।
3) हॉस्पिटल्स अभी से 25% बेड कोविड पेशेंट्स के लिए आरक्षित रखने की तैयारी करें। फिक्स्ड रेट लिस्ट लगाए, प्रीकोविड से कुछ ही अधिक चार्जेज लें।
4) आरम्भ में पेशेंट्स की अनिवार्यतः तुरंत कोविड जांच कराए,जांच के लिए प्रेरित करे, पॉजिटिव को एडमिट कराएं।
5) पिछली बार होम आइसोलेशन में लोगों की लापरवाही दिखी थी, इसलिए शुरू में होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं मिलेगी।
6) लोगो को ट्रीटमेंट की सामान्य जानकारी दे, लेकिन अनावश्यक रूप से घर में दवाइयों का संग्रह ना करे। एज़ीथ्रो, डोकसी जैसी दवाइयां मन से ना ले। सारी आवश्यक दवाइयां प्रशासन उपलब्ध कराएगा।
7)अपने मन से दूसरी जांचे ना कराए, सभी लैब और सिटी सेंटर को निर्देश दिए गए हैं कि बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के सिटी स्कैन ना करे।
8) सेंट्रल लैब और अरविंदो को GENOTIC SEQUENCE इंदौर में हो जाए, इसका प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं।
9) डायलिसिस, थैलेसेमिया, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियो के मरीजों को परेशानी ना हो, इस बात का ख्याल रखा जाए।
10)कोविड पेशेंट प्रसूति की व्यवस्था बाणगंगा और एमटीएच में की जाए।
11) इंदौर में 20 लैब RTPCR टेस्ट करती हैं, इनकी क्षमता बढाएं और 8 घंटे में रिपोर्ट दे।
12) 60 से अधिक आयु वाले बूस्टर डोज अवश्य लगवाएं।
दिए गए दिशा- निर्देशों पर तुरंत अमल के निर्देश भी सांसद लालवानी और कलेक्टर मनीष सिंह ने दिए।